16 को आए थे वाराणसी 16 फरवरी को रविदास जयंती थी। राहुल गांधी बहन प्रियंका के साथ बनारस के रविदास मंदिर में थे। लेकिन यूपी के चुनाव प्रचार से दूर थे। न कोई रैली न कोई रोड शो। पत्रकारों से भी बचते रहे। राहुल ने यूपी में रैलियां क्यों नहीं की और प्रचार क्यों नहीं किया यह बड़ा सवाल है।
विपक्ष का आरोप यूपी पर्यटन को आते हैं राहुल विपक्ष हमेशा ही राहुल गांधी पर आरोप लगाता रहा है कि वह यूपी में पर्यटन के लिए आते हैं। हालांकि, कांग्रेसी सूत्रों का कहना है कि अन्य राज्यों में व्यस्त होने की वजह से वह यूपी नहीं आए। यूपी के लिए राहुल गांधी ने जनवरी की शुरूआत में पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी के साथ चुनावी घोषणा पत्र जारी किया था।
यूपी चुनाव में प्रचार से क्यों बनाई दूरी कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चौथे चरण के चुनाव के समय मणिपुर में पार्टी के लिए प्रचार कर रहे थे। जबकि, चौथे चरण में रायबरेली में चुनाव था। यह कांग्रेस का गढ़ है। यहां से सांसद सोनिया गांधी हैं। उम्र और स्वास्थ्य कारणों से सोनिया ने भी प्रचार नहीं किया। इस संबंध में कांग्रेसियों का कहना है कि प्रियंका यूपी की प्रभारी हैं और राहुल दूसरे राज्यों में प्रचार कर रहे हैं।
भाजपा ने कहा-भाई-बहन में मतभेद विपक्ष अक्सर राहुल गांधी को घेरता रहा है। भाजपा का कहना है कि भाई-बहन के बीच मतभेद हो गए हैं जिसकी वजह से वह यूपी नहीं आ रहे हैं। लेकिन प्रियंका ने इसका जवाब यह कहकर दिया था कि बीजेपी की हमेशा से विभाजनकारी नीति ही रही है। मतभेद भाई-बहन में नहीं बल्कि योगी-मोदी और अमित शाह से है।
गढ़ बचाने मैदान में उतरेंगे राहुल गांधी राहुल गांधी 25 फरवरी को पार्टी का गढ़ कही जाने वाली अमेठी सीट के दौरे पर रहेंगे। वह अमेठी के कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में चुनाव प्रचार करेंगे। यह यूपी में राहुल का पहला चुनावी दौरा होगा। राहुल गांधी अमेठी के अलावा वह प्रयागराज में भी कई रैलियों और रोड शो को संबोधित करेंगे। दोनों जिलों में पांचवें चरण में 27 फरवरी को मतदान होगा।
अमेठी और रायबरेली कांग्रेस की नाक यूपी में अमेठी और रायबरेली इंदिरा गांधी के समय से ही कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठापरक सीटें रही हैं। संजय गांधी, राजीव गांधी और खुद राहुल अमेठी का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। रायबरेली में फिरोजगांधी और इंदिरागांधी के बाद अब सोनिया गांधी सांसद हैं। अब अमेठी में स्मृति इरानी सांसद हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अमेठी की चारों सीटें हार गई थी।