यूपी सरकार के फैसले से 26 लाख छात्रों को मिली राहत गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 12वीं की परीक्षा रद्द करने के मुद्दे पर डिप्टी सीएम और शिक्षा मंत्री दिनेश शर्मा समेत शिक्षा बोर्ड के अधिकारिाकें के साथ बैठक करीब 30 मिनट बैठक चली। 10 बजकर 30 मिनट पर बैठक शुरू हुई और 11 बजे समाप्त हो गई। शिक्षा बोर्ड अधिकारियों की कमेटी ने इस बाबत तैयार रिपोर्ट रिपोर्ट सीएम के सामने पेश की। कमेटी की रिपोर्ट में 12वीं की परीक्षा रद्द किए जाने के बाद छात्रों के अन्य विकल्प के सुझाव दिए गए हैं। बैठक समाप्त होने के बार 12वीं की परीक्षा रद्द होने की जानकारी डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड के 100 साल के इतिहास में पहली बार 12वीं की परीक्षा रद्द करनी हुई है। यूपी बोर्ड (
Uttar Pradesh Education Board ) दुनिया का सबसे बड़ा बोर्ड है। सरकार के इस फैसले से 26 लाख छात्रों को राहत मिली है।
इस साल यूपी बोर्ड 12वीं के एग्जाम के लिए 26,09,501 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। 10वीं के छात्रों को 9वीं और 10वीं प्री बोर्ड में मिले नंबर्स की बुनियाद पर प्रमोट किया जाएगा। बताया जा रहा है कि उसी तरह 12वीं के छात्रों को भी 11वीं में मिले अंक और 12वीं के प्री बोर्ड में मिले अंकों के आधार पर प्रमोट किया जाएगा।
Web Title: UP Board 12th Exam Canceled In A Meeting With CM Yogi Adityanath