नरेंद्र हुडा ने कोर्ट में क्या कहा (Supreme Court)
वरिष्ठ अधिवक्ता नरेंद्र हुडा ने नीट रिजल्ट पर सवाल उठाए हैं। साथ ही उन्होंने कोर्ट को बताया कि बिहार पुलिस की जांच के मुताबिक, लीक 4 मई को हुआ था और संबंधित बैंकों में प्रश्नपत्र जमा करने से पहले हुआ।
कोर्ट ने दोबारा रिजल्ट जारी करने का दिया था आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने 18 जुलाई को एनटीए को आदेश दिया था कि सिटी वाइज और केंद्र वाइज नीट यूजी का परिणाम शनिवार 12 बजे तक ऑनलाइन जारी किया जाए। कोर्ट ने कहा था कि छात्रों का नाम नहीं आउट किया जाए। कथित पेपर लीक और अन्य गड़बड़ियों पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने यह आदेश दिया था। एनटीए के रिजल्ट जारी करने पर वकील ने क्या कहा
वहीं इस पूरे मामले में एडवोकेट धीरज कुमार सिंह ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद NTA ने परीक्षा का केंद्र और सिटी वाइज डाटा रिलीज किया है। लेकिन इसमें भी एनटीए ने थोड़ा सा खेल कर दिया है। कोर्ट के आदेश अनुसार, छात्रों का नाम नहीं आउट करना था। लेकिन एनटीए ने चालाकी करते हुए रोल नंबर छुपा लिया और साथ ही सीरियल नंबर और सिक्ववेंस को भी जंबल कर दिया है। इस संबंध में छात्रों ने एनटीए और शिक्षा मंत्री को सही तरह से डाटा रिलीज करने की विनती की थी, जोकि अभी तक नहीं किया गया है।
उन्होंने आगे कहा कि नीट रिजल्ट को लेकर जो डाटा जारी किया गया है उसे गौर से देखा जाए पूरा देश के टॉप 50 केंद्र में से अकेले 31 केंद्र सीकर के हैं। वहीं पूरे देश में 19 केंद्र हैं, जहां से छात्र टॉप 100 में आए हैं। वहीं कुछ सीकर के केंद्र ऐसे हैं, जहां से 94% छात्र 550 अंक के ऊपर ला रहे हैं, जोकि बिना किसी गड़बड़ी के संभव नहीं है। आज इन सारी बातों पर सुप्रीम कोर्ट विचार करेगी।
कब हुई थी परीक्षा? (NEET UG Exam)
5 मई को भारत के 4750 केंद्रो पर नीट यूजी (NEET UG) प्रवेश परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें करीब 22 लाख छात्रों ने भाग लिया। वहीं नीट स्कोर में गड़बड़ियों के आधार पर कोर्ट के फैसले के बाद 23 जून को 1056 छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा आयोजित की गई।