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Success Story: फिल्मी है इन बेटियों की कहानी, एक के पिता IAS तो एक के ड्राइवर, दोनों साथ बनीं जज

Success Story: हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड (HSAMB) के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर मुकेश कुमार आहूजा और उनके ड्राइवर होशियार सिंह की बेटी ने कमाल कर दिखाया। दोनों एक साथ समीक्षा जज बन गईं। जानिए, इनकी कहानी-

नई दिल्लीOct 26, 2024 / 11:02 am

Shambhavi Shivani

Success Story Of Two Daughters
Success Story: आपने कई ऐसी फिल्में देखी होंगी, जिनमें दिखाया जाता है कि मालिक और नौकर के बच्चे साथ साथ पलते हैं, उनमें काफी प्यार होता है वैगरह वैगरह। आज हम आपको इससे ही एक कहानी बताएंगे, जिसमें एक संपन्न घर और एक गरीब घर से आने वाली बेटी ने साथ-साथ नई मुकाम हासिल की। हम बात कर रहे हैं हरियाणा स्टेट एग्रीकल्चर मार्केटिंग बोर्ड (HSAMB) के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर मुकेश कुमार आहूजा और उनके ड्राइवर होशियार सिंह की बेटी की। दोनों बेटियों ने एक साथ हरियाणा ज्यूडिशियल सर्विसेस परीक्षा पास कर ली और समीक्षा जज बन गई हैं। जहां एक तरफ पारस के पिता IAS हैं तो वहीं दूसरी ओर समीक्षा के पिता पारस के पिता के ड्राइवर हैं। 

एक ने 12वीं तो एक ने दूसरा स्थान हासिल किया (Haryana Judicial Services Result)

पारस ने इस परीक्षा में 12वीं रैंक हासिल की है। वहीं समीक्षा ने दूसरा स्थान हासिल करके अपने परिवार को गौरवान्वित किया है। रिजल्ट आने के बाद पारस ने अपनी उपलब्धि से अधिक समीक्षा के रिजल्ट पर खुशी जताई। उन्होंने कहा कि समीक्षा ने इसके लिए दिन रात मेहनत की थी। पारस ने समीक्षा की खुले दिल से तारीफें की। दूसरी ओर समीक्षा ने इन सब का क्रेडिट अपने पिता को दिया, जिन्होंने ने समीक्षा को ज्यूडिशियल क्षेत्र में जाने के लिए प्रेरित किया।
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ड्राइवर पिता ने जताई खुशी (Success Story Of Two Daughters)

मुकेश कुमार को जब मालूम हुआ कि उनकी ड्राइवर की बेटी भी शिक्षा हासिल करने के लिए फोकस हैं तो उन्होंने दोनों लड़कियों को एक दूसरे से मिलवाया ताकि वे दोनों एक दूसरे से प्रेरणा ले सकें। वहीं समीक्षा के पिता जोकि एक ड्राइवर हैं उन्होंने अपनी बेटी की इस सफलता (Success Story) फर काफी खुशी जताई। उन्हें बेटी की इस उपलब्धि को मेहनत और किस्मत का संगम बताया। पारस और समीक्षा की इस सफलता ने यह साबित कर दिया कि मेहनत और समर्पण से कुछ भी हासिल किया जा सकता है। 

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