8वीं कक्षा से पढ़ाते थे ट्यूशन
अलख पांडे का जन्म 1991 में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh News) के प्रयागराज में हुआ था। वे बेहद गरीब परिवार से आते थे। बचपन में वे एक्टर बनने का सपना देखा करते थे। लेकिन जिंदगी ने उनके कंधों पर बचपन से ही बोझ डाल दिया। आर्थिक तंगी के कारण 8वीं कक्षा से ही उन्होंने ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। जब वे कक्षा 11वीं थे, तब 9वीं कक्षा के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाया करते थे। इसके बाद भी उनकी मुश्किलें आसान नहीं हुई। गरीबी के कारण उनकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई (Alakh Pandey Education) पूरी नहीं हो पाई। उन्होंने एचबीटीआई कानपुर में इंजीनियरिंग में दाखिला लिया था। कोरोनाकाल में तेजी से उभरा फिजिक्सवाला (Success Story Of Physics Wallah)
अलख ने 2016 में फिजिक्सवाला के नाम से अपना एजुकेशनल यूट्यूब चैनल शुरू किया। एक वक्त था जब यूट्यूबर बनने के लिए उन्होंने कोचिंग जाकर क्लासेज लेना भी छोड़ दिया था। कोरोनाकाल में भले ही बहुत से लोगों का नुकसान हुआ। लेकिन इस त्रासदी में अलख पांडे का यूट्यूब चैनल उभर कर आया। 2020 में उनके सब्सक्राइबर पहली बार 20 लाख से ज्यादा तक पहुंचे। ये उनके लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं थी।
गरीब छात्रों को देते हैं स्कॉलरशिप (Success Story)
‘फिजिक्सवाला’ के फाउंडर और सीईओ अलख पांडे ने साल 2020 में सभी छात्रों को कम बजट में क्वालिटी एजुकेशन देने की पहल की। अलख पांडे आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आने वाले बच्चों को फ्री में पढ़ाते हैं। वहीं जरूरतमंद को स्कॉलरशिप भी देते हैं। उनके इस संस्थान से आज हजारों की संख्या में आईआईटी और नीट की तैयारी करने वाले छात्र जुड़े हुए हैं। अलख खुद फिजिक्स पढ़ाते हैं और उनके पढ़ाने का तरीका छात्रों द्वारा खूब पसंद किया जाता है। यहां तक की नीट के कई टॉपर्स भी उनके ही इंस्टीट्यूट से रहे हैं।
क्या है फिजिक्सवाला के अलख पांडे की नेट वर्थ (Physics Wallah Net Worth)
कोचिंग के बाद उन्होंने ऑनलाइन मोबाइल ऐप तैयार किया। इस ऐप के जरिए बच्चे बहुत कम फीस देकर ऑनलाइन कोचिंग क्लास ले सकते हैं। अलख पांडे ने बहुत कम समय में अपनी एक कंपनी खोल ली और आज वह भारत में कई कोचिंग सेंटर चलाते हैं। दिल्ली जैसे मेट्रो सिटी से लेकर यूपी-बिहार तक उनके कोचिंग सेंटर हैं। एक साल में उनकी कंपनी की करीब 350 करोड़ कमाई है।