यहां महिलाओं की स्पेशल फोर्स है (Special Female Force)
नॉर्वे की सेना में महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी क्षमताओं का बेहतर इस्तेमाल करने के उद्देश्य से 2014 में ‘जेगरट्रॉपेन’ नाम की विशेष बल इकाई का गठन किया गया था। यह दुनिया की पहली ऐसी विशेष इकाई है जो पूरी तरह से महिलाओं से बनी है। बहुत कड़ी ट्रेनिंग होती है (Interesting Facts)
जेगरट्रॉपेन की महिला सैनिक कठिन प्रशिक्षण से गुजरती हैं। ये ट्रेनिंग सामान्य सैनिकों से कई गुना ज्यादा कठिन बताया जाता है। इस ट्रेनिंग में आर्कटिक अस्तित्व, गश्त, गुप्त कार्य और युद्ध कौशल आदि शामिल है। इन महिलाओं को शरीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाया जाता है ताकि वे किसी भी तरह की चुनौतियों का सामना कर सकें।
स्पेशल मिशन के लिए होती है भर्ती
बता दें, शुरुआत में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया था। पायलट प्रोजेक्ट का अर्थ है किसी पूर्ण प्रोजेक्ट से पहले अध्ययन के लिए डिजाइन किया गया प्रोजेक्ट। जेगरट्रॉपेन के तहत नॉर्वे में विशेष रूप से महिला सैनिकों की भर्ती उन मिशन के लिए होती है, जहां महिला पूछताछ और संपर्क की आवश्यकता होती है।