शिवांगी मिश्रा और अन्य की तरफ से दायर याचिका में एनटीए को भी एक पक्ष बनाया गया है। साथ ही पेपर लीक की पवित्रता का मुद्दा उठाया गया है। इस याचिका के जरिए नए सिरे से परीक्षा कराने की मांग की गई है।
याचिकाकर्ता ने पेपर फिर से कराने की रखी मांग (NEET UG Re-Exam)
याचिकाकर्ताओं का दावा है कि पेपर लीक के कारण नीट यूजी परीक्षा (NEET UG Paper Leak) में कदाचार हुआ है। पेपर लीक के कारण छात्रों के अधिकार का उल्लंघन हुआ है। याचिकाकर्ता ने कहा कि इस लीक के कारण संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) का हनन हुआ है। ऐसे छात्रों के साथ अनुचित हुआ है, जिन्होंने निष्पक्ष रूप से पेपर दिया है।
करीब 24 लाख छात्रों ने किया था आवेदन
बता दें, नीट परीक्षा का आयोजन हर साल किया जाता है। यह एक राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा है, जिसके जरिए भारत के टॉप मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिलता है। इस वर्ष करीब 24 लाख छात्रों ने नीट यूजी परीक्षा के लिए आवेदन किया था।