7 लाख छात्रों ने कराया है रजिस्ट्रेशन साल 2021 में लगभग 7 लाख छात्रों ने कक्षा 12वीं की परीक्षा के लिए अपना रजिस्ट्रेशन कराया है। देशभर में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के कारण राज्य सरकार द्वारा कर्नाटक पीयूसी परीक्षा रद्द कर दी गई थी। बाद में राज्य बोर्ड द्वारा मूल्यांकन मानदंड जारी किया गया था। मूल्यांकन क्राइटेरिया के मुताबिक नियमित या फ्रेशर-II पीयूसी छात्रों को उनके कक्षा 10वीं माध्यमिक विद्यालय छोड़ने के प्रमाण पत्र (एसएसएलसी) के 45 प्रतिशत अंक, प्रथम पीयूसी (11वीं) अंकों के 45 प्रतिशत और शैक्षणिक के 10 प्रतिशत आधार पर विचार करके अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा।
असंतुष्ट छात्रों को परीक्षा में शामिल होने का मिलेगा मौका बोर्ड द्वारा तैयार 12वीं के परिणमों से असंतुष्ट छात्र राज्य में बोर्ड द्वारा परीक्षा आयोजित होने वाली परीक्षा के लिए शामिल हो पाएंगे। स्वयंपाठी श्रेणी के छात्रों को तो आगामी समय में होने वाली बोर्ड परीक्षाओं में शामिल होना ही पड़ेगा। उनके मूल्यांकन के लिए कोई अलग से नीति नहीं बनाई गई है।ऐसे छात्र जो सुधार या अन्य किसी कारण से दोबारा परीक्षा दे रहे हैं उन्हें न्यूनतम अनिवार्य अंकों के साथ 05 प्रतिशत अनुग्रह अंक देकर पदोन्नत किया जाएगा।