इस लाइब्रेरी ने जीरो प्रमाणन के लिए जून 2024 में आवेदन किया था। वहीं अक्टूबर में विश्व बैंक की संस्था अंतरराष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) ने कम कार्बन उत्सर्जन करने के आधार पर इस लाइब्रेरी को ये प्रमाणपत्र दिया है।
ये है लाइब्रेरी की खास बात (Special Library Of Jhansi)
इस लाइब्रेरी में सूर्य की लय को ध्यान में रखते हुए प्रकाश की व्यवस्था की गई है जो इसे छात्रों के लिए पढ़ने की सही जगह बनाता है। इसके साथ ही इस लाइब्रेरी में सौ प्रतिशत ऊर्जा उत्पन्न होती है और कार्बन उत्सर्जन 34 प्रतिशत कम होता है। वहीं वाटर कंसनट्रेशन, वेस्ट ट्रीटमेंट की भी बेहतर व्यवस्था होती है और बाहर का शोर न के बराबर आता है। इस लाइब्रेरी में कंप्यूटर और इंटरनेट की उचित व्यवस्था के साथ साथ 40 हजार से अधिक पुस्तकें और 200 से अधिक बच्चों के बैठने की व्यवस्था है। वहीं 12000 वर्ग फुट क्षेत्र में बनी इस लाइब्रेरी में निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था भी है।