वैश्विक जरूरतों को पूरा करेगा रिसर्च सेंटर IIT दिल्ली (
IIT Delhi ) एमएस रिसर्च की पेशकश करने के लिए परिवहन अनुसंधान और चोट निवारण केंद्र स्थापित करेगा। नया केंद्र ‘मास्टर ऑफ साइंस (एमएस) अनुसंधान कार्यक्रम पेश करेगा जो छात्रों/ पेशेवरों को परिवहन सुरक्षा के क्षेत्र में प्रशिक्षित करेगा। साथ ही छात्रों को शोध करियर के लिए तैयार करेगा। IIT दिल्ली एक अंतःविषय कार्यक्रम के रूप में 2002 से संस्थान में चल रहे परिवहन अनुसंधान और चोट निवारण कार्यक्रम ( TRIPP ) को परिवर्तित करके परिवहन अनुसंधान और चोट निवारण केंद्र ( TRIP-C) नामक एक नया केंद्र स्थापित करने का फैसला लिया है। आईआईटी दिल्ली की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक नए केंद्र का फोकस समान सामाजिक-आर्थिक परिस्थितियों वाले क्षेत्रों में सड़क परिवहन और यातायात सुरक्षा की समस्याओं का समाधान निकालने पर जोर देना है। यह अनुसंधान केंद्र स्नातकोत्तर शिक्षा पर ध्यान केंद्रित कर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय जरूरतों को पूरा करने की दिशा में काम करेगा।
दूसरी तरफ IIT रुड़की (
IIT Roorkee ) डिजाइन विभाग की स्थापना करने की घोषणा की है। इस विभाग के तहत दो नए PG पाठ्यक्रम पेश किए जाएंगे। इनमें एक डिजाइन में परास्नातक ( औद्योगिक डिजाइन ) और दूसरा नवाचार प्रबंधन ( MIM ) में परास्नातक शाामिल हैं। यह पहल उन गतिविधियों पर जोर देगी जो वाणिज्यिक अवसर पैदा करती हैं और देश के आर्थिक विकास में योगदान करती हैं। इसके लिए डीओडी अंतःविषय डिजाइन-केंद्रित शिक्षा, अनुसंधान और उद्यमशीलता ड्राइव को प्रोत्साहित और सुविधा प्रदान करेगा।
Web Title: IIT Delhi and Roorkee Big Initiatives announces research centre and design department