ई-यंत्र के तहत आईआईटी बॉम्बे ने कई तरह की पहल की है, जिसमें ई-यंत्र रोबोटिक्स प्रतियोगिता, ई-यंत्र लैब की स्थापना, ई-यंत्र कार्यशाला का आयोजन, ई-यंत्र विचार प्रतियोगिता का आयोजन तथा ई-यंत्र संसाधन विकास केंद्र की स्थापना शामिल है। इस पहल के तहत छात्र रोबोटिक्स में थ्योरी और प्रैक्टिकल दोनों का अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने अभी तक 32 क्षेत्रों में 259 लैब शुरू किए हैं और कई कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जा चुका है। आईआईटी बॉम्बे में ई-यंत्र कार्यशालाओं के जरिए 800 से अधिक शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया है, ताकि वे विभिन्न कॉलेजों में छात्रों को रोबोटिक्स पढ़ा सकें।
ई-यंत्र लैब स्थापित करने की पहल कॉलेज स्तर का आयोजित किया जाने वाला कार्यक्रम है। इसमें कॉलेजों को रोबोटिक्स लैब स्थापित करने के लिए प्रेरित किया जाता है। इसका मकसद कॉलेजों में रोबोटिक्स की पढ़ाई के लिए आवश्यक आधारभूत ढांचा तैयार करना और शिक्षकों को प्रशिक्षित करने की व्यवस्था तैयार करना है। इस कार्यक्रम के तहत रोबोटिक्स लैब स्थापित करने में मार्गदर्शन और सहयोग के लिए शिक्षकों को दो चरणों में प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। साथ ही इसकी कार्यशालाएं नि:शुल्क होती हैं। इन कार्यशालाओं में शामिल होने वाले छात्रों और शिक्षकों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है।
ई-यंत्र रोबोटिक्स प्रतियोगिता हर वर्ष आयोजित होने वाला कार्यक्रम है। इसमें विज्ञान व गणित विषयों से ग्रेजुएशन कर चुके छात्र, विभिन्न स्ट्रीम से इंजीनियरिंग की डिग्री या डिप्लोमा लेने वाले छात्र हिस्सा ले सकते हैं। इस प्रतियोगिता में चयनित छात्रों को रोबोटिक्स पर आधारित किट उपलब्ध कराये जाते हैं। चयनित छात्र रोबोटिक्स से संबद्ध प्रणाली और माइक्रो कंट्रोल प्रोग्रामिंग के माध्यम से रोबोट बनाने की बुनियादी समझ विकसित करते हुए प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं। प्रतियोगिता के विजयी छात्र आईआईटी बॉम्बे में समर इंटर्नशीप करने के पात्र बनते हैं।