अक्षत जैन एक ऐसे माहौल से आते हैं जहां पहले से ही घर के दो लोग सिविल सेवा में हैं। ऐसे में उन पर यूपीएससी क्रैक करने का प्रेशर था। 2018 के टॉपर रहे अक्षत जैन (2018 UPSC Topper Akshat Jain) अपने पहले प्रयास में यूपीएससी की प्री एग्जाम में 2 अंक से असफल रहे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और फिर डबल मेहनत करके IAS बने और पूरे परिवार का नाम रौशन किया।
अक्षत के पिता डीसी जैन नई (Akshat Jain Father) दिल्ली स्थित सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन में जॉइंट डायरेक्टर हैं। वहीं मां सिम्मी जैन जयपुर स्थित नेशनल अकेडमी ऑफ कस्टम्स, इनडायरेक्ट टैक्सेस एंड नार्कोटिक्स (NACIN) में एडीजी यानी आईआरएस अफसर हैं। आईएएस अक्षत जैन के माता-पिता दोनों ही सिविल सेवा में हैं। उन्हें लगता था कि दूसरों की सेवा करने में जो सुख है वो दूसरे काम में नहीं है। अक्षत को भी इसी बात से मोटिवेशन मिला और उन्होंने IIT से IAS बनने का सफर तय किया।
अक्षत ने जयपुर स्थित इंडिया इंटरनेशनल स्कूल से पढ़ाई की थी। वो पढ़ने में हमेशा से अच्छे थे। उसके बाद उन्होंने IIT गुवाहाटी से बीटेक की डिग्री प्राप्त की। ग्रेजुएशन खत्म होने के एक महीने बाद साल 2017 में उन्होंने यूपीएससी का पहला अटेंप्ट दिया। लेकिन असफल रहे। अक्षत 2 अंक से यूपीएससी की प्री एग्जाम में चूक गए थे।
वो कहते हैं न ‘जीता वही जो हारा नहीं’। IAS अक्षत के साथ भी ऐसा ही हुआ। एक साल बर्बाद होने के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई की स्ट्रैटजी बदल डाली। उन्होंने यूपीएससी में ऑप्शनल विषय (UPSC Optional Subjects) के तौर पर एंथ्रोपोलॉजी को चुना था। साल 2018 में 2050 में 1080 अंक लाकर अक्षत ने यूपीएससी में दूसरी रैंक (Akshat Jain Rank) हासिल की थी।
हाल ही में उनका एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वो मोटिवेशनल (Akshat Jain Motivation) बातें कह रहे हैं। अक्षत जैन दर्शकों से बता रहे हैं कि परिणाम के बारे में मत सोचिए, आप सिर्फ उस समय के बारे में सोचिए जो आपको मिला है और उसमें कुछ बेहतर करके आप अपना भविष्य सुनहरा बना सकते हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर उनका मार्कशीट (Akshat Jain Marksheet) वायरल हो रहा है।