हर दिन एक फिक्स रुटीन अपनाएं और उसी के आधार पर अपनी तैयारी करें। इससे हर विषय को अच्छी तरह से कवर करने में आसानी होगी। हर सब्जेक्ट को बराबर समय दें। दो कठिन विषयों के बीच एक आसान विषय का अध्ययन करें। पेपर की मार्किंग स्कीम को अच्छी तरह से देख लें ताकि अच्छे अंक वाले सवालों की तैयारी कर सकें।
जब बात बोर्ड एग्जाम की आती है तो बच्चों में सोते जागते केवल परीक्षा का डर बना रहता है। कुछ बच्चों में यह डर गंभीर तनाव में तब्दील हो जाता है जिसके परिणाम स्वरूप परफॉर्मेंस खराब हो जाती है। इसलिए कोशिश करें परीक्षा की तैयारी के साथ कुछ समय खेलकूद व अन्य एक्टिविटी में लगाएं। इससे दिमाग तनाव से दूर होगा और अपनी पढ़ाई के स्तर को भी मजबूत कर पाएंगे। हैल्दी डाइट पर भी ध्यान दें।
तैयारी के दौरान कंटेंट को रोजाना रटने या पढऩे की बजाय लिखने की प्रेक्टिस करें। रटने से कई टॉपिक का मैटर मिक्स हो जाता है। इसलिए कुछ टॉपिक्स को लिखकर भी याद करें। परीक्षा से 1-2 माह या 1-2 हफ्ते पूर्व नई रेफरेंस बुक्स को पढऩे के बजाय केवल नोट्स से ही तैयारी करें।
पौष्टिक खाना भी हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी है खासतौर पर एग्जाम के टाइम जब स्ट्रेस बहुत ज्यादा है। हमारे खाने में मौजूद विटामिन्स तथा मिनरल्स दिमाग के लिए जरूरी हार्मोन्स बना कर हमारे शरीर तथा दिमाग को एक्टिव बनाए रखते हैं।