कठिन होगी चयन प्रक्रिया
नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत इस पहल की शुरुआत की गई है। यूजीसी ने इसके लिए दो स्तरीय चयन प्रक्रिया का प्रस्ताव दिया है। पहले स्टेज में विश्वविद्यालय स्तर पर स्क्रीनिंग समिति होगी। वहीं यूजीसी स्तर पर एक अंतिम चयन समिति शामिल है। थीसिस का चुनाव कठिन प्रक्रिया से होकर गुजरेगा। ‘पीएचडी उत्कृष्टता प्रशस्ति पत्र’ के लिए केवल मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय ही भाग ले सकते हैं। विश्वविद्यालयों को हर साल पांच विषयों में से एक से पांच थीसिस नामांकित करने की अनुमति है। शोध करने वालों की संख्या में आई वृद्धि (PhD Students)
यूजीसी के एक अध्ययन से पता चला है कि शोध करने वाले कैंडिडेट्स की संख्या में वृद्धि आई है। पीएचडी प्रवेश 2010-11 में 77,798 से दोगुना होकर 2017-18 में 161,412 हो गए, जो 10% वार्षिक वृद्धि दर को दर्शाता है। अध्ययन में विभिन्न विषयों में प्रदान की गई पीएचडी का विस्तृत विवरण भी दिया गया है-
- विज्ञान: 30%
- इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी: 26%
- सामाजिक विज्ञान: 12%
- भारतीय भाषाएं: 6%
- प्रबंधन: 6%
- कृषि विज्ञान: 4%
- चिकित्सा विज्ञान: 5%
- शिक्षा: 5%
- वाणिज्य: 3%
- विदेशी भाषाएं: 3%