दरअसल, सीएम फ्लाइंग स्क्वॉड और शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने दिल्ली के बाजारों पर रेड की, जहां उन्हें NCERT के नाम पर नकली किताबें मिली। दिल्ली के सदर बाजार के आस-पास 7 बुक स्टॉल पर एनसीईआरटी की नकली किताबें (Delhi Vendors Sell NCERT Fake Books) बेची जा रही हैं। शिक्षा विभाग की जांच में इस बात की पुष्टि हुई है।
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खाद्य पदार्थ की तरह नकली पुस्तकों से भी बहुत नुकसान पहुंचता है। आमतौर पर लोगों को पता नहीं होता है लेकिन नकली किताबों में घटिया क्वालिटी के कागज और स्याही का इस्तेमाल किया जाता है, जो आंखों और सेहत के लिए हानिकारक है। बच्चे जब इन नकली पुस्तकों के संपर्क में आते हैं तो उनकी सेहत पर असर पड़ता है। वहीं नकली पुस्तकों से बाजार में पाइरेसी को बढ़ावा मिलता है। इसके साथ ही नकली किताबों से बच्चों के भविष्य को भी खतरा है। इन किताबों में सिलेबस के कुछ हिस्से नहीं होते हैं।
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अगर आप भी चाहते हैं कि आपके बच्चों का भविष्य न खराब हो तो NCERT की नकली किताबों को पहचाना बेहद जरूरी है। नकली एनसीईआरटी की पुस्तकें (Fake NCERT Books) न सिर्फ आपके बच्चों का भविष्य और उनकी साल भर की मेहनत को खराब करेगी बल्कि इसका असर उनकी सेहत पर भी पड़ेगा। ऐसे में नीचे बताए गए तरीके से आप खुद भी एनसीईआरटी की फेक किताबों (Fake NCERT Books) की पहचान कर सकते हैं।