PhD: जानिये संयुक्त निदेशक ने क्या कहा
HINDU STUDIES CENTRE की निदेशक प्रेरणा मल्होत्रा के मुताबिक इस पहल का उद्देश्य छात्रों को शोध के नए मौके देना है। मीडिया से बात करते हुए प्रेरणा मल्होत्रा ने कहा कि हमारी गवर्निंग बॉडी ने हिंदू स्टडीज में पीएचडी शुरू करने की सिफारिश की है। उन्होंने आगे जोड़ा कि अब एकेडमिक काउंसिल के सामने इस प्रस्ताव रखा जाएगा। एकेडमिक काउंसिल अगर इस प्रस्ताव पर मुहर लगा देती है तो इससे हिंदू स्टडीज के क्षेत्र में काफी बेहतर काम किया जा सकता है।
Delhi University: प्रस्ताव की मुख्य बातें
इस प्रोग्राम में शुरू में 10 सीटें उपलब्ध होंगी। इस सीट की संख्या को आगे भविष्य में बढ़ाया भी जा सकता है। इस कोर्स में दाखिले के लिए उम्मीदवारों को हिंदू स्टडीज या संबंधित विषय में मास्टर डिग्री होना चाहिए। मास्टर डिग्री कम से कम 55% अंकों के साथ और JRF/NET क्लियर होना चाहिए। इसमें आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को जरुरी छूट दी जाएगी। इसके साथ ही इस प्रोग्राम को शुरू होने में जरुरी संसाधनों को शामिल किया जाएगा।
DU: फिलहाल दो वर्षीय मास्टर कोर्स करवाया जाता है
HINDU STUDIES CENTRE की बात करें तो यह बहुत पुराना नहीं है। इसे पिछले साल 2023 में ही शुरू किया गया था। इसका मकसद विशेष तौर पर ब्राह्मणिक ग्रंथों पर शोध करना है। फिलहाल इस सेंटर में दो वर्षीय मास्टर प्रोग्राम करवाया जाता है।