वैसे तो 10वीं की एग्जाम रद्द कर दी गई है, बावजूद इसके छात्रों को एग्जाम देने का एक और मौका मिलेगा। आइए जानते हैं कैसे यह भी पढ़ेँः
Summer Vacation in MP Schools: मध्यप्रदेश सरकार ने की घोषणा, 8वीं कक्षा तक के बच्चों की 15 अप्रैल से छुट्टियां शुरू देश में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच राज्य सरकारों की ओर से लगातार सीबीएसई की एग्जाम को रद्द करने की मांग की जा रही थी। यही वजह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिक्षा मंत्री के साथ बुधवार को एक अहम बैठक की। इस बैठक में शिक्षा सचिव भी मौजूद थे। बैठक में कई अहम फैसले लिए गए।
10वीं के छात्र दे सकेंगे दोबारा एग्जाम दरअसल बैठक में 10वीं की एग्जाम रद्द के साथ ही छात्रों का ऑब्जेक्टिव ग्रेडेड एसेस्टमेंट बनाया जाएगा। उसके आधार पर उन्हें ग्रेड दी जाएगी। ऐसे में अगर कोई छात्र अपने ग्रेड से खुश या संतुष्ट नहीं है तो वो अगली बार जब 10वीं की एग्जाम होगी तो इसमें हिस्सा ले सकते हैं। यह पूरी तरह वैकल्पिक होगा।
इसका मकसद छात्रों या अभिभावकों को संतुष्ट करना है ताकि वे भविष्य के लिए अपने मन मुताबिक ग्रेड हासिल कर सकें। 10वीं के असेस्टमेंट को लेकर अधिकारियों के साथ बातचीत की जा रही है। इसमें तय किया जा रहा है कि किसी भी तरह छात्रों का नुकसान ना हो।
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MP Board Exams Postponed: एमपी बोर्ड की 10वीं,12वीं की परीक्षाएं स्थगित वहीं 12वीं की परीक्षा 4 मई से 14 जून तक आयोजित की जानी थीं, लेकिन फिलहाल उन्हें टाल दिया गया है। 1 जून को एग्जाम को लेकर रिव्यू किया जाएगा। वहीं छात्रों को 15 दिन पहले नोटिस दिया जाएगा। यानी एक जून को दोबारा बैठक होगी, जिसमें 12 वीं एग्जाम को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा। कोरोना के हालात काबू में रहे तो एक और तारीख तय की जाएगी।
आपको बता दें कि पहले परीक्षार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों ने परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग के बाद कई बड़ी हस्तियां भी सामने आई थीं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी, अभिनेता सोनू सूद, महाराष्ट्र बोर्ड, शिव सेना अधिकारी अरविंद सावंत और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी इसके सपोर्ट में सामने आए थे।