मंत्री ने कहा कि बुनियादी ढांचे के आधार पर इन आंगनवाडिय़ों का चुनाव होगा। इन आंगनवाडिय़ों के शिक्षकों के पास कम-से-कम पीयूसी या डिग्री की शैक्षणिक योग्यता होनी चाहिए। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर, पहले ही बेंगलूरु में 250 आंगनवाडिय़ों को अपग्रेड किया जा चुका है। इस पहल के लिए धनराशि सक्षम आंगनवाड़ी योजना के तहत आवंटित की गई है। केंद्र सरकार एक सप्ताह के भीतर इस उद्देश्य के लिए 170 करोड़ रुपए जारी करेगी।गृह लक्ष्मी योजना के तहत प्रत्येक महिला लाभार्थी को 2,000 रुपए वितरित करने में देरी के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इस योजना के लिए हर महीने 3,000 करोड़ रुपए जारी कर रही है।
लाभार्थियों को धनराशि वितरित करने में बैंकों को कम-से-कम 15 दिन लगते हैं। जब तक पैसा जमा होता है, तब तक अगला महीना आ जाता है। मंत्री ने आश्वासन दिया कि सरकार भाग्य लक्ष्मी बॉन्ड योजना जारी रखेगी।