खासकर एक ऐसे समय में जब पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति खस्ताहाल है। आइये जानते हैं कि भारत से व्यापारिक रिश्ते पूरी तरह से तोडऩे के बाद उसे क्या नुकसान झेलना पड़ सकता है।
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कई चीजों के लिए भारत पर निर्भर है पाकिस्तान
पाकिस्तान प्याज, टमाटर जैसी रोजमर्रा की चीजें समेत केमिकल्स तक के लिए भारत पर निर्भर है। व्यापारियों से लेकर विशेषज्ञों की मानें तो इससे पाकिस्तान को तगड़ा झटका लगेगा। फेडरेश्न ऑफ इंडिया एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि दोनों देशों के बीच कारोबार खत्म होने से भारत के बजाय पाकिस्तान पर अधिक असर पड़ेगा। दरअसल, कारोबार के मामले में पाकिस्तान हमपर अधिक निर्भर है।
पाकिस्तान ने भारत को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा नहीं दिया था, जिसकी वजह से भारत केवल सीमित चीजों का ही एक्सपोर्ट करता था। पाकिस्तान तमाम कृषि उत्पादों के लिए भारत पर ही निर्भर रहता था। अलग-अलग सेक्टर्स के जानकारों का भी यह कहना है कि लंबी अवधि की बात हो या छोटी अवधि की, पाकिस्तान पर उसका यह फैसला उसे ही भारी पडऩे वाला है। टमाटर और प्याज के लिए पाकिस्तान, भारत पर ही निर्भर है।
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पुलवामा हमले के बाद 92 फीसदी कम हुआ पाक से आयात
आपको याद दिला दें कि इसी साल फरवरी माह में पुलवामा हमले के बाद दोनों देशों के बीच कारोबार निचले स्तर पर था। इस हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से आने वाली चीजों पर 200 फीसदी आयात शुल्क लगा दिया था। सरकार के इस फैसले से पाकिस्तान से आयातित वस्तुओं में 92 फीसदी की गिरावाट रही थी।
पिछले साल मार्च माह में 34.61 मिलियन अमरीकी डॉलर की तुलना में यह इस साल मार्च में मात्र 2.84 मिलियिन अमरीकी डॉलर ही रह गया था। भारत में पाकिस्तान से कपास, फल, सीमेंट औ पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स आयात किया जाता है।
दोनो देशों के बीच 17 हजार करोड़ रुपये का कारोबार
वित्त वर्ष 2017-18 में दोनों देशों के बीच करीब 2.41 अरब डॉलर (करीब 17 हजार करोड़ रुपये) का कारोबार रहा है। इस दौरान भारत ने पाकिस्तान से 31.5 अरब डॉलर का सामान आयात किया था। जबकि, इस दौरान भारत ने पाकिस्तान में 124 अरब रुपये का सामान निर्यात किया।
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संबंध सुधरने पर दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार की भरपूर संभावना
विश्व बैंक का कहना है कि यदि दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव खत्म हो जाता है तो इनके बीच द्विपक्षीय व्यापार 2 अरब डॉलर से बढ़कर 35 अरब डॉलर का हो जायेगा। पिछले साल ही विश्व बैंक ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि दोनों देशों के बीच फलों व सब्जियों की पाबंदी से भारतीय किसानों को अपना उत्पाद सस्ते में बेचना पड़ता है।
इसके उलट, पाकिस्तान में समय से माल नहीं पहुंचने पर वहां इन चीजों का दाम काफी बढ़ जाता है। साल 2017 में ही एक तरफ पाकिस्तान में टमाटर का भाव बढ़कर 300 रुपये प्रतिकिलो हो गया था। इसी दौरान भारत के अमृतसर में टमाटर का भाव 20-30 रुपये प्रतिकिलो था।