यह भी पढ़ेंः- करीब 7 हफ्तों के बाद Delhi में Petrol हुआ महंगा, जानिए कितने हो गए हैं Diesel Price
एक करोड़ से ज्यादा लोगों की नौकरी गई
ताजा रिपोर्ट के अनुसार भारत में 25 मार्च से लॉकडाउन की शुरूआत हुई थी। जिसके बाद से अब तक देश में 1,07,80,000 लोगों की नौकरी चली गई है। सबसे ज्यादा नुकसान टूरिज्म, ट्रेवल, हॉस्पिटैलिटी, ऑटोमोबाइल, एविएशन, ट्रांसपोर्ट, रिटेल, आईटी और स्टार्टअप्स सेक्टर में काम करने वाले लोगों को हुआ है। अगर बात 2007 से लेकर 2009 के बीच की मंदी की बात करें तो भारत में 50 लाख लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा था।
यह भी पढ़ेंः- सिर्फ Cricket ही नहीं, बल्कि यहां से भी कमाई करते हैं Mahendra Singh Dhoni
ट्रैवल एंड टूरिज्म को सबसे ज्यादा नुकसान
– कोरोना महामारी की सबसे ज्यादा नुकसान ट्रैवल और टूरिज्म सेक्टर का हुआ।
– सेक्टर में अब तक 55 लाख लोगों की नौकरी जा चुकी हैं।
– इसमें भी सबसे ज्यादा नुकसान ट्रैवल एजेंट्स और टूर गाइड्स का हुआ।
– इंडस्ट्री में करीब 2 करोड़ लोग काम करते हैं।
– होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री में एक लाख लोगों की नौकरी जाने का था अनुमान।
– होटल और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री में 38 लाख लोग नौकरियां गंवा चुके हैं।
यह भी पढ़ेंः- जब Robert Trump ने भाई Donald Trump के साथ काम ना करने की खाई थी कसम
इन सेक्टर्स में इतनी गईं नौकरियांं
– ऑटोमोबाइल और ट्रांसपोट सेक्टर में 10 लाख लोगों की नौकरियां गई हैं।
– रिटेल सेक्टर में 2 लाख लोगों को अपनी जॉब गंवानी पड़ी है।
– आईटी सेक्टर में 1.5 लाख लोगों की नौकरी चली गई हैं।
– स्टार्टअप सेक्टर में एक लाख लोग बेरोजगार हो गए हैं।
अभी और जा सकती हैं नौकरियां
जानकारों की मानें तो देश में अभी भी कुछ राज्यों में लॉकडाउन की स्थिति है। वहीं कंपनियों को घाटा होने के कारण नई हायरिंग की जगह नए तरीके से लेऑफ करने का प्लान बना रही हैं। इसका मतलब ये है कि आने वाले दिनों में नौकरियों से और ज्यादा लोगों को निकाला जा सकता है। जानकारों के अनुसार अभी 3 से 4 महीने तक यही स्थिति बने रहने के आसार हैं। भविष्य में भी लॉकडाउन को पूरी तरह हटाने के बाद ही छंटनी पर अंकुश लगाए जाने की संभावना है।