बढ़ेगा टूरिज्म का कारोबार ( Tourism Sector ) –
उत्तरप्रदेश में सालाना करीब 28 करोड़ पर्यटक आते हैं। घरेलू पर्यटकों के लिहाज से यूपी अभी देश में दूसरे नंबर पर हैं, वहीं विदेशी पर्यटकों के लिहाज से तीसरे नंबर पर। राम मंदिर बनने के बाद ग्लोबल टूरिज्म के लिहाज से अयोध्या में पर्यटन बढ़ सकता है। उम्मीद है कि भगवान राम के जन्मस्थान अयोध्या के दम पर यूपी टूरिज्म में देश में नबंर वन का खिताब भी जल्द हासिल कर लेगा। यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि पर्यटन बढ़ने से अयोध्या की आय और लोगो के रोजगार पर सकारात्मक असर होगा। पर्यटन उद्योग को भुनाने के लिए योगी सरकार 2019 में ही 440 करोड़ रुपए का बजट भी पास कर चुकी है। प्रदेश की सरकार के मुताबिक इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सरयू नदी में क्रूज और फाईव स्टार होटल बनना प्रस्तावित है। इसके अलावा श्रीराम की भव्य कांसे की प्रतिमा सबसे बड़ा आकर्षण का केन्द्र होगी। अयोध्या के इस कायाकल्प से श्रद्धालुओं की संख्या में तीन गुना तक बढ़ने की संभावना है और इसका राज्य की अर्थव्यवस्था पर असर पड़ना तय है।
श्री राम मंदिर तीर्थ ट्रस्ट के ट्रस्टी विमलेंद्र प्रताप मिश्रा का मानना है कि राम मंदिर बनने से अयोध्या की सूरत बदलने में मदद मिलेगी। लोगों के लिए रोजगार के नए अवसरों का निर्माण होगा यानि लोकल अर्थव्यवस्था में सुधार होगा ।
रियल एस्टेट बिजनेस में आ सकता है बूम – मंदिर बनने से यहां कई होटल्स बनेंगे। कई लोगों के बड़े निवेश की योजना है। वैसे भी राम मंदिर के निर्माण ( Ram Mandir Nirman ) के बाद अयोध्या में रियल एस्टेट सेक्टर में इजाफा होना तय है बल्कि अगर कहा जाए कि अयोध्या ( Ayodhya ) की सूरत बदलनी शुरू हो गई है और चमचमाती सड़कें और सैनेटाइजेशन का काम इसी का सुबूत है। फिलहाल आंकड़ों के आने तक हमे यकीन करना होगा कि अयोध्या बदलाव और प्रगति की राह पर है।