जीरे का तड़का फिर हुआ महंगा, 13 फीसदी घटी आवक…50,000 पार पहुंचे दाम
गेहूं में आ सकती और मंदी
खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के अध्यक्ष बाबूलाल गुप्ता ने बताया कि स्टॉक सीमा लगने के बाद जयपुर मंडी में गेहूं मिल डिलीवरी के भाव 2250 रुपए प्रति क्विंटल के आसपास रह गए हैं। एफसीआई के टेंडर किस भाव पर जारी होंगे, लेकिन अभी भविष्य के गर्त में है लेकिन, टेंडर यदि नीचे भावों पर जारी होते हैं, तो गेहूं में और मंदी आ सकती है। उल्लेखनीय है कि कुछ महीनों में गेहूं के भावों में तेजी दर्ज की गई थी। मंडी स्तर पर गेहूं की कीमतें करीब 8 फीसदी मजबूत हुई हैं। हालांकि, सरकार का गेहूं पर आयात शुल्क कम करने के बारे में फिलहाल बदलाव की कोई योजना नहीं है। क्योंकि, देश में गेहूं की कोई कमी नहीं है। गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध भी जारी रहेगा। परिणामस्वरूप गेहूं में और मंदी आने के संकेत हैं। गेहूं पर स्टॉक सीमा तय होने से आटा, मैदा एवं सूजी के भाव भी नीचे आने की संभावना बन गई है।