1.ज्योतिष के हिसाब से चाँदी का संबंध चंद्रमा और शुक्र के साथ माना जाता है इसलिए व्यक्ति के जीवन और कुंडली में इसका महत्व है।
2.जो लोग चाँदी का छल्ला पहनते हैं उन्हे कनिष्ठ उंगली में इसे धारण करना चाहिए इससे चंद्रमा का शुभ प्रभाव होता है और ज्यादा लाभ मिलता है।
3.कुछ लोग हाथ में चाँदी का कड़ा धारण करते हैं लेकिन वे शायद ही जानते होंगे कि हाथ में चाँदी का कड़ा धारण करने से उन्हे कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ भी मिलते हैं।
4.चाँदी के लोटे से दूध,दही,घी, शहद और जल शिवलिंग पर चढ़ाने से भगवान शंकर अत्यधिक प्रसन्न होते हैं और ग्रहों की अशुभ दशा का प्रभाव समाप्त होता है।
5.प्रत्येक राशि के लोगों का चाँदी के साथ संबंध होता है और अगर शुद्ध चाँदी विशेष कार्यों के दौरान पहनी जाए या उपयोग में लाई जाए तो लाभ प्रदान करती है।
सूर्य पूजा बढ़ाती है व्यक्ति का मान-सम्मान, नौकरी संबंधी समस्या भी होती है दूर
6.चाँदी का इस्तेमाल करने से आपको मज़बूती मिलती है और साथ ही मानसिक एवं शारीरिक तौर पर भी व्यक्ति का विकास होता है।
7.अगर चाँदी शुद्ध है तो इसका प्रयोग कुंडली में चंद्रमा के अशुभ प्रभाव को कम कर शुभ प्रभाव उत्पन्न करता है इसलिए इसकी शुद्धता का विशेष ध्यान रखें।
8.चाँदी धारण करने से कुंडली में शुक्र ग्रह को बलवान किया जा सकता है जिससे कुंडली के दुष्प्रभाव खत्म करने में सहायता मिलती है।
9.चाँदी के संदर्भ में कहा जाता है कि इसका इस्तेमाल करने से व्यक्ति के शरीर में जमा हानीकारक पदार्थ बाहर होते हैं जिससे शरीर को लाभ मिलता है।
10.वहीं अगर आप गले में चाँदी की चेन धारण करते हैं तो इससे आपको हार्मोंस को संतुलित करने में मदद मिलती है और साथ ही मन में एकाग्रता रहती हैं।