आत्महत्या करने वाले बुजुर्ग की पहचान अशोगा पाटन निवासी जगदीश सतनामी के रूप में की गई है। यूरिन में प्राब्लम की वजह से उन्हें उपचार के लिए जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया था। मृतक के साथ उसका बेटा और पोता देखभाल के लिए रूके हुए थे। बेटे और पोते को सोता देख बुजुर्ग चुपचाप वार्ड से बाहर निकल गया। आंख खुलते की बेटा अपने पिता को ढूंढने लगा। जब पिता नहीं मिले तब सूचना सुरक्षा में तैनात जवानों को दी।
जिला अस्पताल में बुजुर्ग के आत्महत्या की खबर सुनकर हड़कंप मच गया। सिविल सर्जन ने भी घटना की जानकारी बुजुर्ग के परिजनों से ली। उसके बाद शव को पीएम के लिए भेज दिया। पिता के घातक कदम से अंजान बेटा ने बताया कि पिता की तबीयत सुधर रही थे, उन्होंने क्यों ये कदम उठाया समझ से परे है।