दुर्ग

Video : बप्पा की विदाई या नवरात्रि का रंग…इस गांव की अनूठी परंपरा

गणेश विसर्जन के लिए ग्राम कोडिय़ा में ग्रामीणों ने अपने रीति-रिजाव के अनुसार धूमधाम और बाजे-गाजे के साथ गणेश विसर्जन के लिए गांव में शोभायात्रा निकाली।

दुर्गSep 06, 2017 / 04:23 pm

Dakshi Sahu

दुर्ग. गणेश विसर्जन के लिए ग्राम कोडिय़ा में ग्रामीणों ने अपने रीति-रिजाव के अनुसार धूमधाम और बाजे-गाजे के साथ गणेश विसर्जन के लिए गांव में शोभायात्रा निकाली। जिसमें गांव के युवक शोभायात्रा में शामिल बैगा के दिशा निर्देश के अनुरूप अपने मुंह और जीभ में भाला या त्रिशूल को लिए हुए थे। जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं, बच्चे व पुरूष शामिल हुए है।
जीभ में भाला छेद कर मां के भजनों पर झूमे
ग्राम कोडिय़ा में श्री शिवम गणेश उत्सव समिति के द्वारा निकाली गई जुलूस में गणेश विसर्जन के लिए शीतला तालाब ले जाते ग्रामीणों ने शोभायात्रा में शामिल हुए भक्त अपने मुंह और जीभ में भाले से छेद कर मां के भजनों पर झूमते और थिरकते हुए गांव का पूरा भ्रमण कर गांव के पास स्थित शीतला तालाब में पहुंच कर गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया। जहां काफी संख्या में लोग देखने पहुंचे। गांव में यह इस तरह का पहला आयोजन है ऐसा नवरात्र पर ही निकाला जाता है।
 

गांव में दिखा नवरात्रि का रंग
कोडिय़ा गांव में गणेश विसर्जन के दौरान निकाली गई शोभायात्रा में पूरे गांव में नवरात्रि का माहौल दिखने लगा। गांव से निकले जुलूस को देखने के लिए आसपास के गांव के लोग भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। ग्राम रवेलीडीह निवासी छगेन्द्र देवांगन के बताया कि परंपरा के अनुसार गांव में रखे गणेश प्रतिमा को विसर्जन के दिन एक साथ ही विसर्जन के लिए ले जाया जाता है। जिसके चलते बुधवार को करीब 10 गणेश जी की प्रतिमा विसर्जन के लिए शोभायात्रा में शामिल है।
विसर्जन के बाद हुआ प्रसाद वितरण
गणेश जी की प्रतिमा के विसर्जन में शामिल हुए लोगो को विसर्जन के बाद प्रसाद का आयोजन रखा गया है। श्री शिवम गणेश उत्सव समिति के अध्यक्ष सत्यकुमार वर्मा ने बताया कि गांव की परंपरा के अनुसार हम समिति के लोग गणेश जी की प्रतिमा को एक साथ ही शीतला तालाब में विसर्जन के लिए ले जाते है और विसर्जन के बाद भक्त और दर्शन के लिए आए हुए लोगों के लिए प्रसाद का वितरण किया जाता है।
इस आयोजन में गांव के बड़े बुजुर्ग व युवाओं का योगदान व मार्गदर्शन रहता है। जिसमें प्रमुख रूप से भोला वर्मा, गोकूल देवांगन, राहुल देवांगन, शुभंम देवांगन, शौरभ देवांगन, राज साहू, सतीश वर्मा, गांजी वर्मा, भूषण वर्मा सहित काफी संख्या में लोगों की सहभागिता रहती है।

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