जिला प्रमुख निर्वाचन की प्रक्रिया सुबह 10 बजे कलक्ट्रेट परिसर स्थित ईडीपी सभागार में जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेशकुमार ओला एवं अतिरिक्त निर्वाचन अधिकारी कृष्णपालसिंह चौहान के निर्देशन में शुरू हुई। करीब साढ़े 10 बजे जिला परिषद वार्ड गलियाकोट से भाजपा के बैनर विजयी रही निवर्तमान प्रधान सूर्या अहारी भाजपा के पूर्व महामंत्री सुदर्शन जैन तथा समर्थक व प्रस्ताव के साथ नामांकन के लिए पहुंची। अहारी ने बतौर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया। कुछ देर बाद देवल वार्ड से विजयी रही बीटीपी समर्थित पार्वतीदेवी डोडा नामांकन के लिए पहुंची। इसके बाद गुंदलारा वार्ड से विजयी रही निर्दलीय कांता डामोर ने भी नामांकन दाखिल किया। नामांकनों की संवीक्षा के दौरान कांता डामोर का नाम निर्देशन पत्र निर्वाचित समर्थक के अभाव में निरस्त हो गया। इस तरह पार्वती देवी और सूर्या अहारी दो प्रत्याशी मैदान में रहे।
जिला परिषद पद के लिए मतदान अपराह्न तीन बजे शुरू हुआ। करीब साढ़े तीन बजे कोंग्रेस के 6 सदस्य मतदान के लिए पहुंचे। इसके बाद करीब पौने चार बजे चौरासी विधायक राजकुमार रोत बीटीपी समर्थित सदस्यो को तीन वाहनों से मतदान करने लाये। करीब सवा 4 बजे बीजेपी सदस्य मतदान के लिए पहुंचे।
डूंगरपुर. पंचायत समिति डूंगरपुर में कांग्रेस की कांता देवी निर्विरोध प्रधान चुनी गई। डूंगरपुर में निर्धारित समय तक सिर्फ कांतादेवी का नामांकन जमा हुआ। हालांकि निर्दलीय संध्या परमार, नर्मदा डामोर, प्रियंका रोत और मेनका बरण्डा ने नाम निर्देशन पत्र प्राप्त किए थे, लेकिन निर्धारित समय सुबह 11 बजे तक जमा नहीं हुए। नामांकन की संवीक्षा और नाम वापसी का समय समाप्त होने के बाद रिटर्निंग अधिकारी राजेश नायक ने कांता देवी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित करते हुए शपथ दिलाई।