शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्त करने की मांग
विशिष्ठ अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष डा. ऋषिन चौबीसा, नवनीत भट्ट एवं भारतसिंह राणावत थे। जिला मंत्री दिलीसिंह चौहान एवं प्रवक्ता राजेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि बैठक में एसीपी एवं एमएसीपी प्रकरण सेवा संतोषजनक प्रमाण पत्र के आधार पर स्वीकृत करने, माध्यमिक शिक्षा विभाग में वर्ष 2016 से रुके स्टाफिंग पैटर्न के अनुसार पदों की समीक्षा कर विद्यालयों में पद आवंटन करने, 6-डी प्रक्रिया की समीक्षा कर स्वैच्छिक विकल्प देने, संविदा कार्मिकों को स्थायी करने, तृतीय श्रेणी सहित विभिन्न संवर्गों की लंबित डीपीसी तत्काल करने करने, शाला दर्पण पर उपलब्ध सूचनाओं को ऑफलाइन नहीं मांगने, वेतन एवं अन्य बिलों के भुगतान के लिए पर्याप्त बजट देने आदि मुद्दों पर चर्चा करने के साथ ही शिक्षकों को गैर शैक्षिक कार्यों से मुक्त करने की मांग की। यह भी पढ़ें – Rajasthan News : टीचर की रिटायरमेंट पर रोने लगा पूरा गांव और शिष्य, विदाई पर दिया बड़ा गिफ्ट, जानें पूरा मामला ओपीएस के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
बैठक में प्रदेश की पूर्व सरकार की ओर से लागू की गई ओपीएस के साथ छेड़छाड़ किए जाने पर आंदोलन करने का निर्णय लिया। बैठक में लक्ष्मीकांत जोशी, देवानंद उपाध्याय, दक्षा कलाल, सुदर्शन सिंह चौहान, लक्ष्मणलाल खराड़ी, वासुदेव मीणा, दिनेश मीणा, राजेश पाटीदार, शंकरलाल कटारा, पोपटलाल कटारा, नटवरलाल वर्मा, जीवनलाल दायमा, राजेन्द्र मीणा, योगेश डामोर, अरविंद अहारी, राम लाल कटारा, हितेश उपाध्याय, हर्षवर्धनसिंह चौहान, प्रेमसिंह सिसोदिया, वासुदेव बुनकर, रामशंकर डामोर, जीवराम डामोर एवं विनीत श्रीमाली आदि शामिल हुए।
उत्कृष्ट कार्य पर भी नोटिस..!
बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि कुछ अधिकारी निरीक्षण के नाम पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को भी नोटिस जारी कर प्रताड़ित कर रहे हैं। उन अधिकारियों के खिलाफ प्रदेश सरकार को अवगत कराने का निर्णय लिया।
डूंगरपुर जिला निर्वाचन अधिकारी पाटीदार ने सितम्बर में उपशाखा चुनाव आयोजन के निर्देश दिए।