इससे प्लेटफॉर्म के सौंदर्य में भी वृद्धि होगी और अपने नवजात शिशुओं के साथ यात्रा के लिए आने वाली माताओं को सुविधा मिलेगी। जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री के प्रयासों से हाल ही रेलवे प्रशासन ने डूंगरपुर रेलवे स्टेशन पर बेबी फीडिंग रूम बनाने की अनुमति दी है। बेबी फीडिंग रूम का आकार आठ गुणा आठ का होगा। इस पर होने वाला संपूर्ण व्यय डूंगरपुर जिला प्रशासन द्वारा किया जाएगा। रूम पर दरवाजा लगाए जाने के साथ ही अंदर व बाहर से बंद होगा।
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इसमें समुचित प्रकाश व हवा के लिए पंखे, लाइट, कुर्सी, मेज, डस्टबिन, परदे सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएगी। बेबी फीडिंग रूम बनवाने के बाद रेल प्रशासन को सौंप दिया जाएगा। जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री ने बताया कि डूंगरपुर रेलवे स्टेशन पर बेबी फीडिंग रूम बनने से महिलाओं का सफर के दौरान असहज नहीं होना पड़ेगा। मातृत्व संरक्षण व कल्याण के लिए यह आवश्यक और अहम सुविधा साबित होगी। आगे भी प्रयास किया जाएगा कि डूंगरपुर रेलवे स्टेशन को महिलाओं और बुजुर्गों के लिए कैसे अधिक से अधिक फ्रैडली बनाया जाए।
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यात्रियों की बढ़ी हैं संख्या
हाल ही जयपुर से असारवा के लिए नियमित रेल सुविधा प्रारंभ होने से डूंगरपुर रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है और आने वाले दिनों में ट्रेनों की संख्या बढ़ने की संभावना है। ट्रेनों में सफर करने वाली महिलाओं को रेलवे स्टेशन पर अपने नवजात शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए संकोच करना पड़ता है। रेल से सफर करने वाले यात्रियों में महिलाओं की संख्या भी अच्छी खासी है। इनमें नवप्रसूता महिलाएं भी होती हैं, जो चिकित्सकीय कारणों से उदयपुर व अन्य स्थानों पर जाने के लिए रेल को सबसे सुरक्षित मानती हैं। ऐसे में बेबी फीडिंग रूम की स्थापना होने के बाद इन महिलाओं का सफर और सहज और सुरक्षित हो सकेगा।