Colon cancer : देर से निदान का खतरा
अध्ययन में यह पता चला है कि 50 साल से कम उम्र के मरीजों को अक्सर कैंसर के बाद के चरणों (चरण III और IV) में निदान मिलता है। इसका एक बड़ा कारण यह है कि युवा लोग अपने शुरुआती स्वास्थ्य संकेतों को गंभीरता से नहीं लेते। उनके शरीर में हो रहे बदलाव, जैसे मल त्याग की आदतों में परिवर्तन, पेट दर्द, और मल में रक्त का दिखना, कोलन कैंसर (Colon cancer) के प्रारंभिक लक्षण हो सकते हैं।आक्रामक प्रकार और उन्नत चरणों में कैंसर
युवा मरीजों में कोलन कैंसर (Colon cancer) के अधिक आक्रामक रूप देखे गए हैं, जैसे सिग्नेट-रिंग सेल और म्यूसिनस एडेनोकार्सिनोमा। इन प्रकार के कैंसरों का निदान अक्सर उन्नत चरणों में होता है, जिससे इलाज और रिकवरी कठिन हो जाती है। हालांकि सर्जरी के परिणाम समान रहे, फिर भी चरण IV के कैंसर वाले युवा मरीजों की 5-वर्षीय जीवित रहने की दर पुराने मरीजों की तुलना में कम पाई गई। यह भी पढ़ें : सुबह दांत साफ न करने से हो सकता है Bowel Cancer का खतरा! चौंकाने वाली स्टडी!
प्रमुख लक्षण: मल त्याग में परिवर्तन और रक्तस्राव
कोलन कैंसर (Colon cancer) के शुरुआती लक्षणों में मल त्याग की आदतों में बदलाव, पेट में दर्द, मल में रक्तस्राव, और लौह की कमी से होने वाला एनीमिया प्रमुख हैं। इन लक्षणों की पहचान और समय पर निदान कैंसर के उपचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।Colon cancer : तेजी से बढ़ रहे हैं मामलों की संख्या
कोलन कैंसर के मामलों में बच्चों और युवाओं में बड़ी वृद्धि देखी जा रही है। 10 से 14 वर्ष के बच्चों में यह 500% तक बढ़ा है, जबकि 15 से 19 वर्ष के किशोरों में यह दर 333% और 20 से 24 वर्ष के युवा वयस्कों में 185% तक बढ़ी है। यह वृद्धि चिंताजनक है, और इस पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।Colon cancer : संभावित जोखिम कारक
इस अध्ययन में निष्कर्ष निकाला गया है कि शारीरिक रूप से निष्क्रिय जीवनशैली, कुछ बैक्टीरिया जो ट्यूमर के विकास से जुड़े होते हैं, एंटीबायोटिक का अत्यधिक उपयोग, और आहार में कुछ रसायनों का उपयोग कोलन कैंसर के जोखिम कारक हो सकते हैं। हालांकि, इन कारकों को कोलन कैंसर के सीधे कारण के रूप में साबित नहीं किया जा सका है, लेकिन इनके साथ जुड़े जोखिम को कम करने के लिए जीवनशैली में बदलाव जरूरी हो सकता है। यह भी पढ़ें : बड़ी आंत के कैंसर का जल्दी पता लगाने में मददगार होगा नया ब्लड टेस्ट