सिर और गर्दन का कैंसर: एक वैश्विक समस्या Head and neck cancer
सिर और गर्दन का कैंसर दुनिया में सातवें स्थान पर सबसे आम कैंसर है। यह कैंसर विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देशों में तेजी से बढ़ रहा है।कैफीनयुक्त कॉफी: जोखिम में कमी का सूत्रधार Caffeinated coffee: a facilitator of risk reduction
अध्ययन के अनुसार, जो लोग प्रतिदिन 4 या उससे अधिक कप कैफीनयुक्त कॉफी पीते हैं, उनमें सिर और गर्दन के कैंसर का जोखिम 17 प्रतिशत तक कम होता है। – मुंह के कैंसर में: 30 प्रतिशत कम जोखिम।
– गले के कैंसर में: 22 प्रतिशत कम जोखिम।
– हाइपोफैरिंजल कैंसर (गले के निचले हिस्से का कैंसर) के मामले में, 3-4 कप कॉफी पीने से 41 प्रतिशत कम जोखिम पाया गया।
– डिकैफिनेटेड कॉफी का भी असर
– अध्ययन में यह भी पाया गया कि डिकैफिनेटेड कॉफी (कैफीन रहित कॉफी) पीने से मुंह के कैंसर का खतरा 25 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
– गले के कैंसर में: 22 प्रतिशत कम जोखिम।
– हाइपोफैरिंजल कैंसर (गले के निचले हिस्से का कैंसर) के मामले में, 3-4 कप कॉफी पीने से 41 प्रतिशत कम जोखिम पाया गया।
– डिकैफिनेटेड कॉफी का भी असर
– अध्ययन में यह भी पाया गया कि डिकैफिनेटेड कॉफी (कैफीन रहित कॉफी) पीने से मुंह के कैंसर का खतरा 25 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
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चाय और कैंसर: लाभ और सावधानियां Tea and Cancer: Benefits and Precautions
चाय पीने से भी कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है। हाइपोफैरिंजल कैंसर में: 29 प्रतिशत कम जोखिम। कम मात्रा में सेवन: रोजाना एक कप या उससे कम चाय पीने से सिर और गर्दन के कैंसर का जोखिम 9 प्रतिशत तक कम हो सकता है।
ज्यादा मात्रा में सेवन: एक कप से अधिक चाय पीने से लैरींजियल कैंसर (स्वरयंत्र का कैंसर) का खतरा 38 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
ज्यादा मात्रा में सेवन: एक कप से अधिक चाय पीने से लैरींजियल कैंसर (स्वरयंत्र का कैंसर) का खतरा 38 प्रतिशत तक बढ़ सकता है।
क्यों है यह अध्ययन महत्वपूर्ण?
हंट्समैन कैंसर इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी ऑफ यूटा स्कूल ऑफ मेडिसिन की वरिष्ठ लेखिका युआन-चिन एमी ली ने कहा,
“इस अध्ययन ने दिखाया है कि कॉफी और चाय का सेवन कैंसर के विभिन्न उप-प्रकारों पर अलग-अलग प्रभाव डाल सकता है।”
अध्ययन में 14 शोधकर्ताओं के डेटा का विश्लेषण किया गया। इसमें 9,548 कैंसर मरीजों और 15,783 गैर-कैंसर मरीजों की जानकारी शामिल थी।
आगे की राह: और शोध की आवश्यकता
यह अध्ययन बताता है कि कॉफी और चाय की आदतें जटिल हैं। इससे यह संकेत मिलता है कि इन पेयों के सेवन और कैंसर के जोखिम को लेकर और अधिक शोध की आवश्यकता है। कॉफी और चाय, न केवल जीवन में ऊर्जा भरती हैं, बल्कि सही मात्रा में इनके सेवन से कैंसर जैसे गंभीर रोगों से बचाव भी संभव है।