यह घटना फिर से दिल की सेहत और हृदयाघात (Heart attack) के बढ़ते मामलों पर ध्यान देने की आवश्यकता को दर्शाती है।
सुष्मिता सेन के डॉक्टर की सलाह : फिटनेस ही बचाव का हथियार Sushmita Sen’s doctor’s advice: Fitness is the only weapon of protection
पिछले साल, अभिनेत्री सुष्मिता सेन (Sushmita Sen) ने अपने Heart attack का अनुभव साझा किया, जिसमें उनकी एक धमनी में 95% रुकावट थी। उनके कार्डियोलॉजिस्ट ने बताया कि उनकी फिटनेस रूटीन ने उन्हें जीवनदान दिया। नियमित व्यायाम मांसपेशियों और टिश्यू को इस तरह तैयार करता है कि वे कम ऑक्सीजन में भी काम कर सकें। इससे न केवल दिल की कार्यक्षमता बढ़ती है बल्कि रक्त प्रवाह भी बेहतर होता है।
यह भी पढ़ें : Year ender 2024 : बीमारियों का अटैक, इन खतरनाक बीमारियों के नाम रहा ये साल, 2025 में भी बरपाएंगी कहर
व्यायाम का महत्व : दिल को कैसे रखे स्वस्थ Importance of exercise: How to keep the heart healthy
हृदय पर दबाव कम करना:
नियमित व्यायाम से मांसपेशियां अधिक ऑक्सीजन निकाल सकती हैं, जिससे दिल पर तनाव कम होता है।अच्छे कोलेस्ट्रॉल में बढ़ोतरी:
यह ‘एचडीएल’ कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है, जो दिल के लिए फायदेमंद है।धमनियों को स्वस्थ बनाए रखना:
ब्रिस्क वॉकिंग, तैराकी और हल्की दौड़ जैसे व्यायाम करने से रक्त संचार बेहतर होता है और धमनियां लचीली रहती हैं।हृदयाघात के बाद की देखभाल
Heart attack के बाद ‘कार्डियक रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम’ अपनाना चाहिए।व्यायाम की शुरुआत:
स्टेंटिंग के बाद यदि हृदय को ज्यादा क्षति नहीं हुई हो, तो हल्का व्यायाम सात दिन के भीतर शुरू किया जा सकता है।ध्यान रखने योग्य बातें:
उच्च रक्तचाप वाले मरीजों को व्यायाम धीरे-धीरे शुरू करना चाहिए और किसी भी असुविधा को तुरंत डॉक्टर को बताना चाहिए।स्वस्थ दिल के लिए सही आहार
पारंपरिक तेल: मूंगफली के तेल का इस्तेमाल करें, लेकिन इसे जरूरत से ज्यादा गर्म न करें। रंगीन सब्जियां: एंटीऑक्सीडेंट और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर सब्जियां हृदय को मजबूत बनाती हैं। भारतीय थाली का महत्व: संतुलित थाली जिसमें सभी खाद्य समूह शामिल हों, दिल के लिए आदर्श मानी जाती है।
तनाव और जीवनशैली का प्रभाव
डॉ. भगवत ने आगाह किया कि तनाव, मधुमेह, धूम्रपान और कुछ दवाइयों का हृदय पर नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। तनाव को समझें: तनाव के कारण एड्रेनालिन और कोर्टिसोल का उत्पादन होता है, जो धमनियों में सूजन और रुकावट का कारण बन सकते हैं। नियमित जांच का महत्व: खासकर जिनके परिवार में हृदय रोग का इतिहास हो, उन्हें नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए। यह भी पढ़ें : Year Ender 2024 : 2024 में दवाओं पर बैन, यूरिन इंफेक्शन से लेकर डायबिटीज तक, जानिए कौन सी दवाएं हुईं बंद
दिल की सेहत: ध्यान और समाधान
रोहन मिर्चंदानी की मृत्यु हमें दिल की सेहत के प्रति जागरूक होने का संदेश देती है। नियमित व्यायाम अपनाएं।संतुलित आहार खाएं।
तनाव को नियंत्रित करें।
समय-समय पर मेडिकल चेकअप कराएं।
दिल की सेहत आपके हाथ में है। इसे नज़रअंदाज न करें।