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रोग और उपचार

Gum health: रंग से पता चलती है मसूड़ों की सेहत

मसूड़े कमजोर हैं तो दांत संबंधी रोग फैलने का खतरा अधिक रहता है। मसूड़ों में तकलीफ से दांत हिलने लगते हैं जबकि खून और सूजन रहने की वजह से संक्रमण बढ़ता है और बदबू आती है।

Nov 02, 2019 / 02:04 pm

विकास गुप्ता

Gum health: रंग से पता चलती है मसूड़ों की सेहत

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स्वस्थ और मजबूत मसूड़ों से ही दांतों की मजबूती तय होती है। मसूड़े का रंग कोरल पिंक है तो वे हैल्दी है। अगर रंग लाल या काला हो गया है तो इसका मतलब है कि मुंह में किसी न किसी तरह की परेशानी है। मसूड़े कमजोर हैं तो दांत संबंधी रोग फैलने का खतरा अधिक रहता है। मसूड़ों में तकलीफ से दांत हिलने लगते हैं जबकि खून और सूजन रहने की वजह से संक्रमण बढ़ता है और बदबू आती है।

दांतों में फंसा खाना सड़ने से आती बदबू –
रात के समय खाना खाने के बाद ब्रश न करने की वजह से खाना दांतों में फंसा रह जाता है। खाना खाने के दो घंटे बाद तक ये खाना लार के साथ मिलकर सड़ने लगता है। जब ये खाना दांतों की बीच सड़ता है तो मुंह से बदबू आने लगती है। ऐसा लगातार होने से मुंह में संक्रमण फैलता है। कई बार ये मुंह में होने वाले छालों की भी वजह बनता है।

ऐसे बचाते हिलते दांत –
मसूड़ों की परेशानी को ठीक करने के लिए फ्लैप सर्जरी करते हैं। इसमेें मसूड़े की जड़ तक जाकर हिल रहे या गिरने वाले दांतों को बचाते हैं। दांतों के बीच की गैपिंग ब्रेसेस (तार) से ठीक करते हैं। दांतों को मजबूत बनाने के लिए विटामिन-सी और कैल्शियम जरूरी है।

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