शारीरिक गतिविधि का दिल पर प्रभाव The effect of physical activity on the heart health
न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी-लांगोन हेल्थ के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययन में पाया गया कि सप्ताह में 2.5 से 5 घंटे तक की शारीरिक गतिविधि से अतालता (Arrhythmia) का जोखिम 60 प्रतिशत तक घट सकता है। यह शारीरिक गतिविधि की वह मात्रा है, जिसे अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन द्वारा हृदय स्वास्थ्य के लिए न्यूनतम माना जाता है।एट्रियल फिब्रिलेशन और उसके खतरें Atrial Fibrillation and its Risks
एट्रियल फिब्रिलेशन (Arrhythmia) एक ऐसी स्थिति है, जिसमें हृदय के ऊपरी कक्ष असामान्य और तेज गति से धड़कते हैं। यदि इसका इलाज न किया जाए, तो यह दिल का दौरा, स्ट्रोक और हृदय विफलता जैसी गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। इस अध्ययन का उद्देश्य इस स्थिति के जोखिम को कम करने के तरीकों की पहचान करना था।हल्की एक्सरसाइज भी है फायदेमंद Light exercise is also beneficial
अध्ययन के मुख्य शोधकर्ता, न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी के प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजिस्ट, डॉ. शॉन हेफ्रोन ने कहा, “आपको मैराथन दौड़ने की जरूरत नहीं है, बस नियमित रूप से हल्की शारीरिक गतिविधि करने से भी हृदय स्वास्थ्य (Heart health) पर बड़ा प्रभाव पड़ता है।” यह भी पढ़ें : Melt Away the Belly Fat : पेट की चर्बी को जला देंगे ये 5 ड्रिंक, जान लीजिए पीने का सही तरीका और समय अध्ययन में यह भी बताया गया कि जो लोग सप्ताह में 5 घंटे से अधिक शारीरिक गतिविधि करते थे, उनका अतालता (Arrhythmia) का जोखिम 65 प्रतिशत तक घट गया। यह दर्शाता है कि अधिक गतिविधि से और भी बेहतर परिणाम मिल सकते हैं।
फिटबिट ट्रैकर का उपयोग
इस अध्ययन में फिटबिट जैसे फिटनेस ट्रैकर्स का उपयोग किया गया, जिससे 6,000 से अधिक पुरुषों और महिलाओं की शारीरिक गतिविधियों की सटीक जानकारी प्राप्त की गई। इस डेटा का उपयोग कर, शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने अधिक शारीरिक गतिविधि की थी, उनमें अतालता का खतरा कम था। इस अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि केवल 2.5 घंटे की मध्यम शारीरिक गतिविधि से दिल की सेहत (Heart health) को बहुत लाभ हो सकता है। शारीरिक गतिविधि से ना केवल हृदय स्वास्थ्य सुधरता है, बल्कि यह हृदय रोगों के जोखिम को भी कम करता है। नियमित व्यायाम अपनाकर हम अपनी सेहत को बेहतर बना सकते हैं, और दिल से संबंधित गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।