जिन लोगों में जल्दी तनाव होता है उनके लिए दिल का दौरा पड़ने का खतरा ज्यादा
यह शोध मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने किया है। इस शोध में पाया गया कि जिन लोगों में जल्दी तनाव पैदा हो जाता है उनके लिए दिल का दौरा पड़ने का खतरा 36% ज्यादा होता है। वहीं अगर ऐसे लोगों को पहले से ही डिप्रेशन या घबराहट की बीमारी है तो यह खतरा तीन गुना तक बढ़ जाता है। शोधकर्ताओं का कहना है कि जल्दी तनाव में आने की आदत कई बार हमारे जीनों में भी होती है। ऐसे में अगर किसी व्यक्ति में यह आदत है और साथ ही डिप्रेशन जैसी मानसिक बीमारी भी है तो उसे ज्यादा सतर्क रहना चाहिए।
शोधकर्ताओं का कहना है कि इस शोध के नतीजे डॉक्टरों को यह पहचानने में मदद करेंगे कि किन लोगों को दिल का दौरा पड़ने का खतरा ज्यादा है। ऐसी पहचान के बाद ऐसे लोगों के लिए खास इलाज या बचाव की योजना बनाई जा सकती है।
मन और हृदय का गहरा संबंध
इस बात पर ध्यान दिया कि अध्ययन की “पिछली घटनाओं पर आधारित प्रकृति” अवसाद और चिंता जैसी “मानसिक स्वास्थ्य स्थितियों के बीच सीधा कारण संबंध दिखाने की क्षमता को सीमित करती है।” हृदय रोग विशेषज्ञ ने इस बात पर जोर दिया कि अध्ययन “संपूर्ण व्यक्ति के लिए निवारक देखभाल” को सुदृढ़ करता है। “मन और हृदय का गहरा संबंध है, और यह अध्ययन इस बात को रेखांकित करता है कि न केवल हमारे शरीर, बल्कि हमारे दिमाग को भी आराम और देखभाल की जरूरत है।”
योग, व्यायाम और माइंडफुलनेस जैसे उपायों को अपनाएं
“लोगों को सामाजिक और राजनीतिक तनाव के हमारे ऊपर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में जागरूक होने की जरूरत है, तनावों से छुट्टी लेना ठीक है, और यह भी अच्छा है कि योग, व्यायाम और माइंडफुलनेस जैसे उपायों के बारे में अधिक सीखा जाए।” विशेषज्ञ ने डॉक्टरों को सलाह दी कि वे अपने रोगियों को अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के “लाइफ्स एसेंशियल 8” (Life’s Essential 8) के बारे में सलाह दें, जो हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण उपाय हैं।
इन आठ चरणों में बेहतर खाना, अधिक सक्रिय रहना, निकोटीन उत्पादों का सेवन छोड़ना, स्वस्थ नींद लेना, वजन का प्रबंधन करना, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करना, रक्त शर्करा का प्रबंधन करना और स्वस्थ रक्तचाप बनाए रखना शामिल है।