ब्रैकीथेरेपी क्या है? What is brachytherapy?
ब्रैकीथेरेपी जिसे इंटरनल रेडिएशन थेरेपी भी कहा जाता है, एक तरह की रेडिएशन थेरेपी है। इसमें कैंसर मरीज के कैंसर ग्रस्त हिस्से के अंदर एक उपकरण (कैथेटर) लगाया जाता है। ये उपकरण शरीर में रेडियोएक्टिव पदार्थों को कैंसर कोशिकाओं तक पहुँचाता है और उन्हें प्रभावी तरह से नष्ट कर देता है। उपचार के इस तरीके में, कैंसर कोशिकाओं को मारने या उन्हें बढ़ने से रोकने के लिए शरीर के प्रभावित भागों में रेडिएशन की डोज़ सटीक तरीके से दी जाती है। शरीर में कैंसर के प्रकार और उसकी स्टेज एवं स्थिति के आधार पर, ब्रैकीथेरेपी अस्थायी या फिर स्थायी हो सकती है। ब्रैकीथेरेपी का उपयोग ज्यादातर सिर, गर्भाशय ग्रीवी (सरविक्स), गर्भाशय के कैंसर, गर्दन, स्तन, प्रोस्टेट और हाथ-पैर के सार्कोमा के उपचार में किया जाता है। ब्रैकीथेरेपी में हाई डोज़ रेट (एचडीआर) रेडिएशन होती है। इसमें रेडिएशन सिर्फ कुछ मिनटों के लिए ही दिया जाता है।ब्रैकीथेरेपी के फायदे – Benefits of brachytherapy –
टारगेट उपचार: ट्यूमर या कैंसर प्रभावित क्षेत्र तक सीधे रेडिएशन को पहुंचाकर, स्वस्थ अंगों और टिश्यूज़ को होने वाले नुकसान को कम करती है और इसमें दुष्प्रभाव कम होता है | प्रभावी डोज़ पहुंचाना: रेडिएशन स्रोत का प्रभावित क्षेत्र के पास होने के कारण ट्यूमर को अधिक डोज़ पहुंचाती है जिससे उपचार की सफलता दर में सुधार होता है और दोबारा कैंसर होने की संभावना भी कम रहती है।
जल्दी रिकवरी : सर्जरी की तुलना में मरीज तेजी से स्वस्थ हो जाता है और उसे अस्पताल में अधिक रहने की आवश्यकता नहीं होती है। न्यूनतम दुष्प्रभाव : इसमें प्रभावित क्षेत्र के अलावा आसपास के टिश्यूज़ में रेडिएशन का संपर्क कम होता है जिससे उन्हें नुकसान नहीं होता है।