रंग लाने लगी पांच साल की मेहनत
उजियारी ने कहा, पहले जंगल बचाने की शुरुआत की। हर परिवार को समझाया। पहले 4-5 लोग आए, बाद में पूरा गांव साथ आया। समूह, जंगल-जल समिति बनाई। ग्रामसभा से जंगल बचाने नियम-कानून बनवाए। पेड़ों की कटाई बंद हुई। 5 साल की मेहनत के बाद पानी जमीन में जमा होने लगा। नए जल स्रोत बने, अब हर घर में नल का जल है।MP Weather Alert: 37 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, जानें आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम