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लिवर से जुड़ी समस्याओं में न करें सेवन
लीवर से जुड़ी कई स्थितियों के लिए आंवला का जूस हानिकारक हो सकता है। क्योंकि इसमें विटामिन सी और अत्यधिक अम्लीय तत्व पाए जाते हैं जो लिवर की चोट और दर्द को बदतर बना सकते है। इसलिए लीवर डैमेज और लीवर सिरोसिस के मामलों में आंवले का जूस पीने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
किडनी से जुड़ी समस्याओं के लिए कई बार आंवले का जूस पीना खतरनाक हो सकता है। क्योंकि यह जूस मूत्रवर्धक गुणों से भरपूर होता है, लेकिन इसमें कुछ बायोएक्टिव तत्व भी पाए जाते हैं जो किडनी की बीमारी के दौरान कुछ कोशिकाओं और ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, अगर आप किडनी की गंभीर बीमारी से गुजर रहे हैं तो इसके सेवन न करें।
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लो बीपी में न लें आंवला जूस
आंवला हाई-बीपी वालों के लिए फायदेमंद होता है, इसलिए लो-बीपी वालों के लिए यह हानिकारक हो सकता है। इसमें रक्तचाप को कम करने और बनाए रखने की काफी क्षमता है। लेकिन अगर आप हाइपोटेंशन यानी लो बीपी की समस्या से जूझ रहे हैं तो आंवला जूस का अधिक मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए।
प्रेग्नेंसी के दौरान न खाएं आंवला
प्रेग्नेंसी के दौरान आंवले का जूस पीना आपके लिए हानिकारक हो सकता है। यह आपके शरीर में अम्लता और खट्टी डकारें बढ़ा सकता है। इसके आपको ब्लोटिंग की समस्या हो सकती है। साथ ही यह मूत्रवर्धक गुणों से भरपूर होता है और इसलिए पेशाब की मात्रा बढ़ा सकता है, जिससे निर्जलीकरण हो सकता है, जो गर्भावस्था के दौरान अच्छा नहीं होता है। इसलिए ऐसी स्थिति में आंवले का जूस पीने से बचें।
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आंवला के फायदे
आंवला के प्रयोग से अनगिनत फायदे हैं। आंवला खून को साफ करता है, दस्त, मधुमेह, जलन की परेशानी में लाभ पहुंचाता है। इसके साथ ही यह जॉन्डिस, हाइपर-एसिडिटी, एनीमिया, रक्तपित्त (नाक-कान से खून बहने की समस्या), वात-पित्त के साथ-साथ बवासीर या हेमोराइड में भी फायदेमंद है। साथ ही आंवला मल त्याग करने की प्रक्रिया को आसान बनाता है। यह सांसों की बीमारी, खांसी और कफ संबंधी रोगों से राहत दिलाने में सहायक है। आंवला आंखों की रोशनी को भी बेहतर करता है। अम्लीय गुण होने के कारण यह गठिया में भी लाभकारी है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।