यदि आप भी उन लोगों में से है जिनका डाइजेस्टिव सिस्टम खराब है तो आज यह लेख आपके लिए होने वाला है। इस लेख में हम बताएंगे की कैसे आप सुबह (Morning Tips for healthy digestion) की इन आदतों को शामिल करके अपनी पाचन क्रिया को बेहतर बना सकते हैं। आइए जानते हैं कौनसी वो सुबह की आदते हैं जो आपके डाइजेस्टिव सिस्टम को सही कर सकती है।
बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए सुबह की आदतें : Morning Tips for healthy digestion
बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए खाली पेट एक्सरसाइज करें
आयर्वेद का मानन है कि आप खाली पेट एक्सरसाइज (Morning Tips for healthy digestion) करते हैं तो इससे आपका मेटाबॉलिज्म बढ़ता है। जिससे शरीर की अग्नि सक्रिय रहती है। साथ ही सुबह का व्यायाम वात दोष के संतुलन को बनाए रखता है। इसलिए खाली पेट एक्सरसाइज करने की सलाह दी जाती है।बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए ब्रश के बाद करें जीभ साफ
यदि आप बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम (Morning Tips for healthy digestion) चाहते हैं तो जीभ साफ करने को मॉर्निंग रूटीन का हिस्सा बनाएं। यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे कैविटी और हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद मिलती है। ऐसा करने से मुंह में लार के उत्पादन बढ़ावा मिलता है।बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए सुबह उठने के साथ पिएं गर्म पानी
हमें हर कोई सलाह देता है कि सुबह उठने के साथ गर्म पानी पीना चाहिए। यदि आप ऐसा करते हैं तो इससे मल त्याग में फायदा मिलता है साथ ही शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। इससे सेवन से शरीर में मौजूद अतिरिक्त कफ को कम करने में भी मदद मिलती है।बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए खाने में सावधनी बरते
बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम (Morning Tips for healthy digestion) के लिए हमें खाने में सावधानी बरतने की जरूरत हेाती है। ऐसे में आपको ज्यादा खाने से बचना चाहिए। साथ ही आपको ऐसे खाने को छोडना होगा ज्यादा तला भुना हो। आपका खाना पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए। यदि आप सुबह के समय चीनी वाले फूड आइटम्स खाते हैं तो इनसे बचे। इनका सेवन से आपके पाचन पर बुरा प्रभाव पड़ता है।बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड नजरअंदाज करें
बेहतर डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए पैकेज्ड और प्रोसेस्ड फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे आपकी पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है। यदि आप नियमित रूप से इनका सेवन करते हैं तो ब्लोटिंग, गैस, अपच, डायरिया जैसी समस्या हो सकती है। डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।