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सेहत के लिए करामाती होते है ड्राई फ्रूट्स, बस नियमित सेवन का तरीका जान लें

Right way to consuming dry fruits : सूखे मेवे, जैसे की बादाम, किशमिश, अखरोट, काजू, पिस्ता, आदि, हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हो सकते हैं, परंतु इन्हें सही तरीके से खाने की आवश्यकता होती है। आयुर्वेदा, जो हमारे पुराने ग्रंथों से निकली है, हमें सूखे मेवों के सही सेवन के महत्व को समझाता है ताकि हम इन्हें हमारे दैनिक जीवन में सही तरीके से शामिल कर सकें।

Sep 01, 2023 / 03:35 pm

Manoj Kumar

right way to consuming dry fruits

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Right way to consuming dry fruits : सूखे मेवे, जैसे की बादाम, किशमिश, अखरोट, काजू, पिस्ता, आदि, हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हो सकते हैं, परंतु इन्हें सही तरीके से खाने की आवश्यकता होती है। आयुर्वेदा, जो हमारे पुराने ग्रंथों से निकली है, हमें सूखे मेवों के सही सेवन के महत्व को समझाता है ताकि हम इन्हें हमारे दैनिक जीवन में सही तरीके से शामिल कर सकें।
सूखे मेवों का सामयिक सेवन: आयुर्वेदा के अनुसार सूखे मेवों का सामयिक सेवन करना बेहद महत्वपूर्ण है। सुबह के समय सूखे मेवों का सेवन करना उत्तम होता है, क्योंकि यह हमें उचित ऊर्जा और पोषण प्रदान करता है जिससे हमारा दिन अच्छे से शुरू होता है। यदि आप रात को सोते समय सूखे मेवे खाना पसंद करते हैं, तो इसे भिगोकर खाने का प्रयास करें, क्योंकि यह आपके पाचन को सहायक हो सकता है।

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सूखे मेवों की रक्तशोधक गुणवत्ता: आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से, सूखे मेवे रक्तशोधक गुणवत्ता रखते हैं। ये रक्त को साफ और पौष्टिक बनाने में मदद कर सकते हैं, जिससे त्वचा की सुंदरता और रंगों की निखार में सुधार हो सकती है।
सूखे मेवों का मानसिक स्वास्थ्य: सूखे मेवों में मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स, और फाइबर की मात्रा आपके मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बना सकती है। ये मेवे स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकते हैं और मानसिक तनाव को कम कर सकते हैं।
सूखे मेवों का सावधानी से सेवन करें: आयुर्वेदा के अनुसार, सूखे मेवों का अत्यधिक सेवन भी हानिकारक हो सकता है। इनमें शुगर और कैलोरी की मात्रा अधिक हो सकती है, इसलिए आपको इन्हें मात्रा का ध्यान खाना चाहिए।

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सूखे मेवों की चयन में ध्यान दें: सूखे मेवों को चुनते समय उनकी गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना चाहिए। आयुर्वेदा में बताया गया है कि वैदिक धर्म के अनुसार ब्राह्मण, खात्रिय, वैश्य, और शूद्र आदि वर्णों के लिए विभिन्न प्रकार के सूखे मेवे सूचित होते हैं। आपको अपने व्यक्तिगत प्रकृति और दोष के आधार पर सूखे मेवे का चयन करना चाहिए।
सूखे मेवों को भिगोकर खाएं: सूखे मेवों को भिगोकर खाने से उनकी पाचन क्रिया में सुधार हो सकती है। भिगोकर खाने से मेवों की कठिनाइयों को कम किया जा सकता है, और यह आपके शरीर को उचित पोषण प्रदान कर सकता है।
सूखे मेवों को सांचे में रखें: सूखे मेवों को सांचे में रखने से उनकी ताजगी और गुणवत्ता बनी रहती है। धूप और आपदाओं से बचाने के लिए उन्हें ठीक ढंग से संग्रहित करें।

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सूखे मेवों का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकता है, परंतु आपको इन्हें सही तरीके से खाना चाहिए। आयुर्वेदा के मार्गदर्शन के अनुसार, सूखे मेवों का सामयिक सेवन करना, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को सुधार सकता है और हमारे जीवन को स्वस्थ और सुखमय बना सकता है। इसलिए, अगर आप सूखे मेवों के प्रेमिक हैं, तो आपको इन्हें आयुर्वेदिक दिशानिर्देशों के साथ सही तरीके से खाने का प्रयास करना चाहिए।
सूखे मेवों का सेवन आपके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बना सकता है, लेकिन यह भी जरूरी है कि आप उन्हें उचित मात्रा में और उचित तरीके से खाएं। इसके अलावा, अपने देह की प्रकृति और दोष के आधार पर सूखे मेवे का चयन करने पर विशेष ध्यान दें, ताकि आप अपने स्वास्थ्य को बनाए रख सकें। इस प्रकार, आयुर्वेदा के मार्गदर्शन के साथ, आप सूखे मेवों का सही तरीके से सेवन करके अपने जीवन को स्वस्थ और सुखमय बना सकते हैं।

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