कितना सुरक्षित है आपका फूड
अध्ययन से पता चला है कि 70 डिग्री सेल्सियस पर पकाए गए भोजन को खाना सुरक्षित होता है।
प्रदूषित भोजन और पानी है हानिकारक
विश्व स्वास्थ्य संगठन का मानना है कि दुनिया भर में करीब 20 लाख लोग हर साल प्रदूषित भोजन और पानी के कारण मर जाते हैं। हैल्थ एक्सपट्र्स का मानना है कि प्रदूषित भोजन और पानी, जिसमें हानिकारक बैक्टीरिया, पैरासाइट्स, वायरस और केमिकल तत्व होते हैं, से 200 से ज्यादा बीमारियां हो सकती हैं। अकेले डायरिया से करीब 15 लाख बच्चे हर साल मर जाते हैं। सेहत विशेषज्ञों का मानना है कि हाइजीन का ध्यान रखा जाए और सही ढंग से भोजन पकाया जाए, तो फूड पॉइजनिंग से होने वाली ज्यादातर बीमारियों से बचा जा सकता है।
असुरक्षित भोजन से होने वाले खतरे
अशुद्ध भोजन से होने वाली बीमारियों में सबसे आम पेट का दर्द, उल्टी और डायरिया है। टॉक्सिन युक्त भोजन से कैंसर, न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर लॉन्ग टर्म सेहत समस्याएं हो सकती हैं।
अच्छी तरह पकाएं
भोजन को सही ढंग के पकाए जाने पर लगभग सभी प्रकार के हानिकारक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। अध्ययन से पता चला है कि 70 डिग्री सेल्सियस पर पकाए गए भोजन का सेवन करना सुरक्षित होता है। विशेष रुप से मांस और पोल्ट्री को समुचित रुप से पकाना बेहद जरुरी है।
ऐसे प्रदूषित होता है
कई बार घर में भी भोजन प्रदूषित हो जाता है। सही तापमान पर न रखने पर इसमें बैक्टीरिया पनप जाते हैं। साग-सब्जियों को भली भांति न धोया जाए तो ढेर सारे जीवाणु हमारे पेट में पहुंच जाते हैं। सब्जियों, चावल और रोटी को सही ढंग से पकाना भी आवश्यक है। उत्पादन, कटाई, प्रोसेसिंग, भंडारण और परिवहन के दौरान अनाज या फल सब्जियां बार-बार प्रदूषित होते हैं, इनका इस्तेमाल करने से पहले इनकी सफाई बेहद जरुरी है। प्रदूषित भोजन से बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बीमार लोग जल्दी प्रभावित होते हैं।
साफ रखने के तरीके
हाथों व रसोईघर की सफाई
जब भी भोजन पकाएं, किसी को भोजन परोसें या आप स्वयं भोजन करें,हाथों को साबुन या डिसइंफेक्टिंग सोल्यूशन से अच्छी तरह धोएं जरुर। (हमारे हाथों पर बैक्टीरिया चिपके रहते हैं। इसलिए विभिन्न सतहों, मिट्टी, जानवरों, पानी आदि को छूने से हाथों की सफाई बेहद जरुरी है।) रसोई व बर्तन भी हमेशा धोने चाहिए।
सही तापमान पर रखें
कमरे के सामान्य तापमान में भोज्य पदार्थों में तेजी से बैक्टीरिया पनपने लगते हैं। इनकी ग्रोथ रोकने के लिए या तो तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से कम होना चाहिए या फिर 60 डिग्री से ज्यादा।
शुद्ध जल और रॉ मैटीरियल
लोग अक्सर भोजन पकाने में किसी भी पानी का इस्तेमाल कर लेते हैं। जबकि पकाने के लिए भी अच्छे पानी ठीक इसी प्रकार भोजन बनाने के लिए प्रयुक्त होने वाली कच्ची सामग्री का चयन भी सावधानी से करना चाहिए।
कच्चा-पका भोजन अलग
मांस, सी फूड और पोल्ट्री को हमेशा दूसरी चीजों व पके हुए भोजन से अलग रखें। इनमें मौजूद बैक्टीरिया आसानी से आपके भोजन को प्रदूषित कर सकते हैं। इन चीजों को स्टोर करने के लिए अलग कंटेनर रखें और चाकू भी अलग ही रखें।