अध्ययन की प्रमुख जानकारी
स्वीडन के कैरोलिंस्का इंस्टीट्यूट और स्टॉकहोम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए इस अध्ययन से पता चला कि बुजुर्ग वयस्कों में, जिनमें हल्का या मध्यम CKD है, प्रोटीन के लाभ, बीमारी की प्रगति की तुलना में जीवन में अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।अध्ययन में शामिल लोग और समयावधि
इस अध्ययन के लिए, टीम ने मार्च 2001 और जून 2017 के बीच 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के 8,543 व्यक्तियों को शामिल किया। उन्हें दिसंबर 2021 से जनवरी 2024 तक मृत्यु दर के लिए फॉलो-अप किया गया।अध्ययन के निष्कर्ष
JAMA नेटवर्क ओपन में प्रकाशित परिणामों ने दिखाया कि “60 वर्ष और उससे अधिक आयु के वयस्कों में, जिनमें हल्का या मध्यम CKD है, कुल, पशु और पौधों के प्रोटीन की अधिक मात्रा का सेवन मृत्यु दर में कमी से जुड़ा हुआ था।”प्रोटीन का प्रभाव Protein-Rich Diet :The effect of proteins
शोधकर्ताओं ने समझाया कि प्रोटीन की खुराक (Protein-Rich Diet) से वृद्ध व्यक्तियों में मृत्यु का जोखिम कम हो सकता है, संभवतः ब्रैंच्ड-चेन अमीनो एसिड के स्तर को बढ़ाकर। प्रोटीन का अधिक सेवन (Protein-Rich Diet) मांसपेशियों के मास और ताकत को बढ़ा सकता है, हड्डियों के घनत्व को बनाए रख सकता है, और हृदय स्वास्थ्य में सुधार कर सकता है।डॉक्टरों का सुझाव
इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल्स, हैदराबाद के डॉ. सुधीर कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X.com पर कहा कि “प्रोटीन से भरपूर आहार (Protein-Rich Diet) किडनी को नुकसान नहीं पहुंचाएगा।”डॉ. कुमार ने यह भी कहा कि “प्रोटीन का उपयुक्त (Protein-Rich Diet) सेवन किडनी के लिए सुरक्षित है।” उन्होंने कहा कि एक सामान्य भारतीय आहार में कार्बोहाइड्रेट की प्रचुरता होती है, लेकिन प्रोटीन की कमी होती है। उन्होंने लोगों को सलाह दी कि वे अपने वास्तविक शरीर के वजन के प्रति किलोग्राम पर लगभग 1 ग्राम प्रोटीन का सेवन करने का प्रयास करें।