बता दें कि शहर में नगर परिषद प्रशासन की ओर से सार्वजनिक शौचालयों निर्माण को लेकर कोई व्यवस्था नहीं की गई है। कुछ स्थानों पर जो पुराने शौचालय बने हुए थे, वह अब अतिक्रमण की चपेट में हैं। जिससे लोगों को शौचालयों की जानकारी नहीं हो पाती है।
महिलाओं को होती असुविधा शहर में ज्यादातर बाजारों में शौचालयों की कोई व्यवस्था नहीं है। केवल पुराने अस्पताल रोड पर सुलभ शौचालय बना है। इसी तरह न्यायालय परिसर और एक केन्द्रीय बस स्टैण्ड पर शौचालाय बना हुआ है। इसके अतिरिक्त शौचालयों के कोई इंतजाम नहीं है। बाजार में खरीदारी करने आने वाली महिलाओं खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। कई दफा लोग शौचालय के लिए इधर-उधर स्थान तलाशते हुए दिख जाएंगे।
शौचालय पर कब्जा, नहीं आता नजर शहर के व्यस्त जगन चौराहे पर पुराना सार्वजनिक शौचालय है लेकिन यह अतिक्रमण की चपेट में आने से लोगों को नजर नहीं आता है। वहीं, सफाई नहीं होने से आसपास लोग दुर्गंध से परेशान रहते हैं। इसी तरह गुलाब बाग पर फ्लाईओवर के नीचे सार्वजनिक शौचालयों का निर्माण किया गया था लेकिन नगर परिषद के ध्यान नहीं देने से ये खराब पड़े हैं। यहां टंकियों में पानी नहीं होने से इनका इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है।