मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.जयंती लाल मीणा ने बताया कि आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 के पात्र परिवारों के सदस्यों का आयुष्मान भारत ई-केवाईसी पहचान कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आमजन स्वयं घर बैठे योजना में मोबाइल ऐप के जरिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं एवं जरूरत पडऩे पर कैशलेस चिकित्सा लाभ ले सकते हैं।
डाउन लोड करना होगा ऐप ई-केवाईसी की प्रक्रिया में सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर से पीएमजेएवाय एप डाउनलोड करें। डाउनलोड होने के बाद पीएमजेएवाय एप ओपन करके लॉगिन पर क्लिक करें। इसके उपरांत बैनीफिशरी पर क्लिक करें एवं अपना मोबाइल नम्बर दर्ज वैरीफाइल पर क्लिक करें। वैरीफाई करने के बाद मोबाइल में आए ओटीपी को लिखें एवं मोबाइल स्क्रीन के नीचे लिखा कैपचा भी लिखें। इसके बाद आई स्क्रीन में निम्न जानकारी लिखें। इसके बाद जानकारी अपलोड करें। आप किस पहचान कार्ड से रजिस्ट्रेशन करवाना चाहते हैं। आप किस जिले से हैं। पहचान कार्ड का नम्बर लिखें एवं सर्च पर क्लिक करें। यदि आप इस योजना के लिए पंजीकृत नहीं है तो इसका मैसेज स्क्रीन पर जाएगा। यदि आप सामाजिक एवं आर्थिक जनगणना 2011 में सूचीबद्ध हैं तो ही आप अगली स्क्रीन पर जाएंगे। अगली स्क्रीन आपके पहचान कार्ड में पंजीकृत आपके परिवार के समस्त सदस्यों का नाम आ जाएगा। इनमें जिस भी व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन किया जाना है। उन्हें नारंगी रंग में लिखा गया है। इसी तरह अन्य स्टेप पूर्ण करने होंगे।
आयुष्मान कार्ड के स्वास्थ्य लाभ प्रत्येक पात्र परिवार को प्रतिवर्ष पांच लाख रुपए तक का नि:शुल्क उपचार का लाभ मिलेगा। योजना में पंजीकृत परिवार को देशभर के किसी भी चिह्नित सरकारी या निजी अस्पताल में मुफ्त ईलाज की सुविधा रहेगी। भर्ती होने से 7 दिन पहले तक की जांचें, भर्ती के दौरान उपचार व भोजन और डिस्चार्ज होने के 10 दिन बात तक का चेकअप व दवाएं निशुल्क उपलब्ध रहेंगी। योजना में 23 प्रकार की चिकित्सा विशेषताओं के तहत 1350 पैकेज पेश किए गए हैं। जो आयुष्मान भारत योजना के तहत उपलब्ध कराए जाएंगे। सामान्य सर्जरी के तहत 253 पैकेज पेश किए गए हैं जबकि 161 पैकेज यूरोलॉजी के तहत पेश किए गए। योजना के तहत अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में कोरोना, कैंसर, गुर्दा रोग, हृदय रोग, डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया डायलिसिस, घुटना व कूल्हा प्रत्यारोपण, निसंतानता, मोतियाबिंद और अन्य चिह्नित गंभीर बीमारियों का निशुल्क उपचार इस योजना के तहत किया जाता है।