2 करोड़ 67 लाख रुपए की धोखाधड़ी
गौरतलब है कि
राजस्थान की चिटफंड कंपनी गरिमा होम रियल एस्टेट एंड एलाइड कंपनी ने छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में अपना दफ्तर खोला था। कंपनी ने एजेंटों के माध्यम से क्षेत्र के लोगों से पैसा जमा कराया और 5 साल में रकम दोगुना करने का वादा किया। इस दौरान करीब 2 करोड़ 67 लाख 48 हजार 374 रुपए वसूलने के बाद कंपनी अपना बोरिया बिस्तर समेट कर गायब हो गई। निवेशकों के शिकायत के बाद पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने कंपनी के डायरेक्टर व धौलपुर के पूर्व विधायक बीएल कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया। पांच साल तक कोर्ट में मामला चला। मामले में गवाहों को सुनने और साक्ष्यों की जांच करने के बाद बीएल कुशवाहा को दोषी पाते हुए 7 साल के कारावास की सजा सुनाई।
8 साल सजा काट चुका है बीएल कुशवाहा
उल्लेखनीय है कि साल 2012 नरेश कुशवाहा हत्याकांड में हत्या की साजिश का आरोपी मानते हुए धौलपुर एडीजे कोर्ट ने 2016 में पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाहा को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। वह भरतपुर की सेवर जेल में सजा काट रहे थे। आजीवन कारावास की सजा काट रहे पूर्व विधायक बनवारी लाल कुशवाहा को मार्च 2024 में सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली थी। इसके बाद कागजी कार्रवाई पूरी होने पर 29 नवंबर को कुशवाहा जेल से बाहर आया था।