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भारत के इन शहरों दिखाई देगा साल का अंतिम सूर्यग्रहण
ज्योतिषाचार्य पं. विष्णु राजोरिया ने पत्रिका डॉट कॉम को बताया कि 26 दिसंबर 2019 को लगने वाला सूर्यग्रहण खंडग्रास होगा एवं इसका ग्रासमान- 0.9692 प्रतिशत रहेगा। इसके कारण लगभग आधा (45% तक) सूर्य ग्रसित होगा। यह कंकणाकृति सूर्यग्रहण भारत के कई क्षेत्रों में दिखाई देगा। जबकी जबकि बेंगलूरु, मदुरई आदि स्थानों पर कंकणाकृति ग्रहण के रूप में दिखाई देगा।
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सूर्यग्रहण का सटीक समय
इस सूर्यग्रहण का सूतक काल ग्रहण प्रारंभ होने से 12 घंटे पहले ही शुरू हो जाएगा, यानी की 25 दिसंबर की रात्रि में ही 8 बजकर 11 मिनट से ही सभी मंदिरों के पट बंद हो जाएंगे, जो दूसरे दिन 26 दिसंबर को शुद्धिकरण होने के बाद सुबह 11 बजकर 15 मिनट के बाद।
सूर्यग्रहण की अवधि
स्पर्श- सुबह 8 बजकर 11 मिनट
मध्य- सुबह 9 बजकर 23 मिनट
मोक्ष- सुबह 11 बजकर 2 मिनट
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साल का यह अंतिम सूर्यग्रहण कई उलटफेर भी कर सकता है
साल का यह अंतिम सूर्यग्रहण धनु राशि पर पड़ रहा है। इस समय धनु राशि पर छहग्रही योग (शनि, केतु, गुरु, सूर्य, चंद्र और बुध) विद्यमान है। शनि मूल नक्षत्र, धनु राशि में दक्षिण पश्चिम या नायरूति कोण प्रभावित करता है। इससे भारी उलटफेर होने की अधिक संभावना बन जाती है। मूल नक्षत्र बृहस्पति का मूल त्रिकोना है। यह गहन नक्षत्र है जो आध्यात्मिक परिवर्तन की शुरुआत करता है।
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सूर्यग्रहण का प्रभाव सभी बारह राशियों पर ऐसा रहेगा
मेष राशि- मान का नाश होगा
वृषभ राशि- कष्टकारी हो सकता है
मिथुन राशि- स्त्री पीड़ा हो सकती है
सिंह राशि- चिंता बनी रहेगी
कर्क राशि- सुखकारी, सुख के अवसर मिलेंगे
तुला राशि- श्री प्राप्ति, धन की प्राप्ति
वृश्चिक राशि- क्षति, कोई हानि हो सकती है
धनु राशि- घात हो सकता है
कन्या राशि- व्याधिकारी, रोग हो सकते हैं
मकर राशि- हानिकारक रहेगा
कुंभ राशि- लाभकारक, लाभ के अवसर मिलेंगे
मीन राशि- सुखकारक, भरपूर सुख मिलेगा
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