शिव पुराण का नियम, जानें प्रसाद खाएं या नहीं
शिव पुराण के अनुसार शिवलिंग पर प्रसाद चढ़ाने से सभी पापों का अंत हो जाता है और इससे बीमारियों से छुटकारा मिल जाता है। इससे जीवन में दिव्यता का संचार होता है। इसको लेकर एक कथा बताई जाती है कथा के अनुसार भगवान शिव के मुंह से चंडेश्वर नामक गण प्रकट हुआ था। शिवजी के चंडेश्वर को भूत-प्रेतों का प्रधान बना दिया। साथ ही भगवान ने शिवलिंग पर चढ़ाए प्रसाद पर इसको अधिकार दे दिया। मान्यता है कि शिवलिंग का प्रसाद खाना चंडेश्वर यानी भूतों का खाना खाने जैसा माना गया है। इसलिए मनुष्यों को यह नहीं खाना चाहिए।हालांकि कई विद्वान इससे अलग मत रखते हैं, उनका कहना है कि कुछ खास तरह के शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद ही नहीं खाना चाहिए, बाकी पर चढ़ा प्रसाद खा सकते हैं। अगर आप भी शिवलिंग पर चढ़ा हुआ प्रसाद खाते हैं या घर ले जाते हैं तो नियमों का ध्यान रखना बहुत आवश्यक है।
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