1- प्रतिदिन 10 से 30 मिनट टहलने की आदत बनायें, चाहे समय ना हो तो घर मे ही टहले , टहलते समय चेहरे पर मुस्कराहट रखें ।
2- प्रतिदिन कम से कम 10 मिनट मौन रहकर शांत बैठें ।
3- सप्ताह में तीन 4 दिन नौजवान- 70 साल की उम्र से अधिक आयु के बुजुर्गों और 6 साल से कम आयु के बच्चों के साथ भी कुछ समय व्यतीत करें ।
4- प्रतिदिन कम से कम तीन बार ये सोचे की मैने आज कुछ गलत तो नही किया, और प्रतिदिन दूसरों का कुछ भला करें ।
5- आपको हर बहस में जीतने की जरूरत नहीं है, असहमति पर भी अपनी सहमति दें । गपशप पर अपनी कीमती ऊर्जा बर्बाद न करने से बचे ।
6- अतीत के मुद्दों को भूल जायें, अतीत की गलतियों को अपने मित्र या जीवनसाथी को याद न दिलायें ।
7- हर रोज एहसास कीजिये कि जीवन एक स्कूल है और आप यहां सीखने के लिये आये हैं, जो समस्याएं आप यहाँ देखते हैं, वे पाठ्यक्रम का हिस्सा हैं ।
8- एक राजा की तरह नाश्ता, एक राजकुमार की तरह दोपहर का भोजन और एक भिखारी की तरह रात का खाना खायें ।
9- दूसरों से नफरत करने में अपना समय व ऊर्जा बर्बाद न करें,नफरत के लिए ये जीवन बहुत छोटा है ।
10- स्वयं की अपने जीवन की तुलना दूसरों से कभी भी न करें ।
11- गलती के लिये गलती करने वाले को माफ करना सीखें.
12 अपने मन में ख्याल कभी न लाये कि दूसरे लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं ।
13- समय ! सब घाव भर देता है ।
14- ईर्ष्या करना समय की बर्बादी है, जरूरत का सब कुछ आपके पास ईश्वर ने दे रखा है ।
15- जब आप सुबह जागें तो अपने माता-पिता को धन्यवाद दें, क्योंकि माता-पिता की कुशल परवरिश के कारण आप इस दुनियां में हैं ।