2. वृषभ राशिः धार्मिक ग्रंथों के अनुसार वृषभ राशि के लोगों को महागौरी स्वरूप की उपासना करनी चाहिए। इससे इस राशि के जातक को विशेष फल प्राप्त होते हैं और मां को प्रसन्न करने के लिे ललिता सहस्रनाम का पाठ करना चाहिए। भक्त को धन संपत्ति और सुख प्राप्त करने के लिए अपनी राशि के देवता शुक्र और महागौरी को प्रसन्न करने के लिए सफेद और पिंक कलर के कपड़े पहनना चाहिए, जिससे आपके सोचे हुए काम पूरे होंगे। स्फटिक की माला से मंत्र जाप करें, नैवेद्य में सफेद बर्फी, मिश्री आदि अर्पित करें।
3. मिथुन राशिः धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मिथुन राशि के लोगों को देवी यंत्र स्थापित कर मां ब्रह्मचारिणी की पूजा करनी चाहिए। साथ ही तुलसी माला से तारा कवच, गायत्री दुर्गा मंत्र का रोज जाप करना चाहिए। नैवेद्य में खीर, पंचामृत, शक्क का भोग लगाएं। घर में सुख शांति आएगी, माता की विशेष कृपा होगी। इस राशि के लोगों को मिथुन राशि स्वामी बुध को प्रसन्न करने के लिए नवरात्रि में हरे रंग के कपड़े पहनना चाहिए। इससे आपके कार्यों में रूकावटें नहीं आएंगी।
5. सिंह राशिः इस राशि के जातक को नवरात्रि में मां कुष्मांडा की साधना फलदायी होगी। इस राशि के जातक को गुलाबी रत्न की माला से दुर्गा मंत्रों का जाप करना फलदायी होगा। दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। देवी बलि प्रिया हैं, इसलिए साधक नवरात्रि की चतुर्थी को आसुरी प्रवृत्तियों यानी बुराइयों का बलिदान देवी के चरणों में निवेदित करना चाहिए। रोली केसर अर्पित कर आरती करना चाहिए। साथ ही नैवेद्य में मिठाई अर्पित करना चाहिए। इससे धन संबंधी समस्या से छुटकारा मिलता है। वहीं सिंह राशि वाले व्यक्ति को सूर्य से संबंधित दोष से छुटाकारा पाने के लिए पीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए।
6. कन्या राशिः इस राशि के जातक को भी नवरात्रि में मां ब्रह्मचारिणी का पूजा करनी चाहिए। तुलसी की माला से गायत्री दुर्गा मंत्र का जाप करें, नैवेद्य में खीर का भोग लगाएं। इससे माता सभी मनोकामना पूरी करती हैं, शिक्षा के अवरोध को दूर करती हैं। विद्यार्थियों के लिए मां ब्रह्मचारिणी की साधना विशेष फलदायी है। इसके अलावा राशि स्वामी बुध के अनुसार हरे, सफेद या हल्के हरे रंग के वस्त्र पहनें, जिससे आपकी राशि की देवी भुवनेश्वरी देवी भी खुश होंगी।
7. तुला राशिः तुला राशि के लोगों को नवरात्रि में आदिशक्ति के महागौरी की पूजा करनी चाहिए, इससे इन्हें विशेष फल प्राप्त होंगे। काली चालीसा या सप्तशती के प्रथम चरित्र का पाठ उपयोगी है। सफेद चंदन या स्फटिक की माला से मंत्र जपें। माता को लाल चुनरी चढ़ाना चाहिए। इससे परिवार में खुशियां आती हैं, सुख शांति बनी रहती है। इनकी पूजा से अविवाहित कन्याओं को उत्तम वर की भी प्राप्ति होती है। नैवेद्य में सफेद बर्फी चढ़ाएं। इसके अलावा राशि स्वामी शुक्र के लिए सफेद और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
8. वृश्चिक राशिः वृश्चिक राशि के जातकों को स्कंदमाता की उपासना फलदायी है, इससे माता श्रेष्ठ फल प्रदान करती हैं। नौ दिन तक सुबह शाम आरती करें, इसके लिए वृश्चिक राशि वालों को दुर्गा सप्तशती का पाठ करना चाहिए। लाल पुष्प अर्पित कर लाल चंदन की माला से मंत्र जाप करना चाहिए, नैवेद्य में गुड़, लाल मिठाई चढ़ाना चाहिए। वृश्चिक राशि वालों को नवरात्रि में लाल और केसरिया वस्त्र पहनना चाहिए, जिससे इस राशि के अधिपति देवता मंगल देव प्रसन्न होंगे।
9. धनु राशिः इस राशि वाले जातक को नवरात्रि में मां चंद्रघंटा की पूजा करनी चाहिए। हल्दी की माला से बगलामुखी या दुर्गाजी के मंत्र का जाप करना चाहिए, नैवेद्य में पीली मिठाई या केला, तिल का तेल चढ़ाएं। इससे आर्थिक परेशानियों से छुटाकारा मिलेगा। इस राशि के जातक को राशि स्वामी गुरु के अनुसार, गरबा खेलते समय पीले रंग के कपड़े पहनना चाहिए। इससे इनकी मनोकामना पूरी होगी।
10. मकर राशिः नवरात्रि में इस राशि के जातक के लिए मां कालरात्रि की पूजा सर्वश्रेष्ठ मानी गई है। नीले पुष्प अर्पित करना चाहिए और नील मणि की माला से जाप करना चाहिए। नैवेद्य में उड़द से बनी मिठाई या हलवा चढ़ाना चाहिए। इससे मनोकामना पूरी होती है। इसके अलावा इस राशि के व्यक्ति को नीले रंग के कपड़े पहनना चाहिए, जिससे माता कालिका प्रसन्न होंगी।
11. कुंभ राशिः कुंभ राशि वाले व्यक्तियों के लिए देवी कालरात्रि की उपासना लाभदायक है। इस राशि के लोग नवरात्रि में देवी कवच का पाठ करें। नीले पुष्प अर्पित करना चाहिए और नील मणि की माला से जाप करना चाहिए। नैवेद्य में उड़द से बनी मिठाई या हलवा चढ़ाना चाहिए। दो जगह तेल का दीपक जरूर जलाएं, इससे खर्च में कमी आएगी और सुख समृद्धि बढ़ेगी। इसके अलावा राशि स्वामी शनिदेव को खुश करने के लिए चैत्र नवरात्रि में जातक को काले या गहरे नीले रंग के वस्त्र पहनने चाहिए, इससे कालरात्रि देवी और शनिदेव खुश होंगे।
12. मीन राशिः मीन राशि के लोगों को मां चंद्रघंटा की उपासना करनी चाहिए। हरिद्रा (हल्दी) की माला से यथासंभव बगलामुखी या दुर्गाजी के मंत्र का जाप करना चाहिए, नहीं तो दुर्गाशप्तसती का पाठ करें। केला और पीला फूल अर्पित करें। इससे सभी समस्याओं का समाधान होगा। इसके अलावा इस राशि के लोगों को केसरिया, पीले या हल्के रंग के कपड़े पहनने चाहिए। इससे महालक्ष्मी तथा इस राशि के स्वामी गुरु भी प्रसन्न होंगे।