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Mohini Avatar Of Lord Vishnu: आखिर विष्णु जी ने क्यों लिया था मोहिनी अवतार, जानिए रहस्य

Mohini Avatar Of Lord Vishnu: भगवान विष्णु के मोहिन रूप ने दैत्य और दानवों को भ्रम में ड़ाल दिया था। जिसके बाद अमृत कलश को देवताओं को मिला।

जयपुरJan 01, 2025 / 11:22 am

Sachin Kumar

Mohini Avatar Of Lord Vishnu
Mohini Avatar Of Lord Vishnu: विष्णु भगवान ने कई अवतार लिए हैं। जिनका उल्लेख धार्मिक ग्रंथों में मिलता है। सभी अवतारों में मोहिनी अवतार विशेष और अद्वितीय माना जाता है। आइए जानते है इसका रहस्य।
भगवान विष्णु का मोहिनी अवतार एकमात्र ऐसा अवतार है जिसमें भगवान विष्णु ने स्त्री का रूप धारण किया था। धार्मिक मान्यता है कि मोहिनी अवतार का प्रमुख उद्देश्य दैत्य और देवताओं के बीच हुए समुद्र मंथन के दौरान निकलने वाले अमृत की रक्षा करना था। इसके पीछे छिपे कई रहस्य हैं।

मोहिनी अवतार का रहस्य

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार देवताओं और असुरों ने समुद्र मंथन किया था। जिसमें अमृत का कलश निकला। समंद्र मंथन से निकले अमृत प्राप्त करने के लिए असुरों और देवताओं में विवाद हो गया। दैत्यों ने छलपूर्वक अमृत को अपने कब्जे में लेने की कोशिश की। देवताओं की रक्षा और अमृत को सुरक्षित रखने के लिए भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण किया।
मान्यता है कि मोहिनी के रूप में विष्णु जी ने अपनी दिव्य सुंदरता और मोहक रूप से दैत्यों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया। इसके बाद मोहिनी ने बड़ी चतुराई से अमृत को देवताओं में बांट दिया और दैत्यों को वंचित कर दिया। इस प्रकार देवताओं को उनकी शक्ति और अमरत्व प्राप्त हुआ।

मोहिनी अवतार का महत्व

धर्म की रक्षा: मोहिनी अवतार यह संदेश देता है कि जब धर्म पर संकट आता है, तो भगवान धर्म की रक्षा के लिए किसी न किसी रूप में जरूर प्रकट होते हैं और उसे बचाते हैं।
संतुलन बनाए रखना: भगवान विष्णु का मोहिनी अवतार यह दर्शाता है कि किसी भी स्थिति में न्याय और संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। मोहिनी अवतार यह सिखाता है कि सही समय पर सही निर्णय और बुद्धिमत्ता से बड़े से बड़े संकट को टाला जा सकता है। विष्णु जी का यह रूप यह भी दर्शाता है कि भगवान का हर अवतार मानव कल्याण और धर्म की स्थापना के लिए होता है।
मायावी शक्ति का प्रयोग: विष्णु जी ने इस अवतार में अपनी माया शक्ति का उपयोग कर यह दिखाया कि चतुराई और बुद्धिमत्ता से भी जीत हासिल की जा सकती है।

मोहिनी और भस्मासुर कथा

वहीं दूसरी कथा इस तरह भी है कि भगवान विष्णु ने मोहिनी अवतार भस्मासुर से देवताओं की रक्षा के लिए धारण किया था। धार्मिक मान्यता है कि भस्मासुर को वरदान मिला था कि वह जिसे भी छुएगा। वह भस्म हो जाएगा। मोहिनी के सौंदर्य से प्रभावित होकर भस्मासुर ने स्वयं को ही भस्म कर लिया।

दिव्य शक्तियों का प्रतीक

मोहिनी अवतार भगवान विष्णु की दिव्यता और चमत्कारी शक्तियों का प्रतीक माना जाता है। यह अवतार न केवल धर्म और न्याय की रक्षा का संदेश देता है, बल्कि यह भी सिखाता है कि प्रेम, सौंदर्य और चतुराई से बड़े से बड़े संकट का समाधान किया जा सकता है।
डिस्क्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारियां पूर्णतया सत्य हैं या सटीक हैं, इसका www.patrika.com दावा नहीं करता है। इन्हें अपनाने या इसको लेकर किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले इस क्षेत्र के किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

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