जो व्यक्ति काल सर्प दोष से परेशान हो उसे स्वयं ही यह उपाय करना है। इस उपाय को हर रोज लगातार 21 दिनों तक करना है। अपने समय और सुविधा अनुसार सुबह एवं शाम को दोनों समय करना है। ये उपाय पूरी तरह मुफ्त का उपाय है। इस उपाय को किसी भी शनिवार के दिन से ही प्रारंभ करना है। 21 दिनों तक ब्रह्मचर्य का पालन करना है।
सुबह शाम उपाय करने से पहले सरसों के तेल या गाय के घी का एक दीपक जलाना है। पहले एवं आखरी दिन के अलावा 21 दिनों के बीच में जीतने भी शनिवार और मंगलवार के दिन पड़ेंगे उस दिन विशेष रूप से अकाव (आक) के 11 पत्तों की माला अपने हाथ से लाल धागे में माला बनाकर अवस्य पहनावें। प्रयास करें ये उपाय सुबह 8 बजे से पहले एवं रात्रि में 9 बजे से पहले ही करें।
इस उपाय से मिलेगी कालसर्प दोष से मुक्ति
उपरोक्त नियमों का पालन करते हुए- शुद्ध, पवित्र होकर किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर पहले तो एक दीपक जलावें- फिर “ऊँ हनुमते नमः” मंत्र का जप 108 बार (दोनों समय) करें। जप करते समय हनुमान जी से कालसर्प दोष के प्रभाव को शीघ्र खत्म करने की प्रार्थना मन ही मन करें। जप के बाद श्री हनुमान चालीसा का पाठ सुबह 5 बार एवं शाम को 2 बार कुल मिलाकर 7 बार पाठ एक दिन में करना है। ऐसा लगातार 21 दिनों तक करना है। हनुमान जी की कृपा से कुछ ही दिनों में कालसर्प दोष का प्रभाव कम होने लगेगा।
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